Manoj Pande: आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे का कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने लिया। इस कदम से अगले सेना प्रमुख की नियुक्ति पर प्रभाव पड़ेगा। मौजूदा समय में उप सेना प्रमुख लेफ्टिनेट जनरल उपेंद्र द्विवेदी और दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह आर्मी चीफ बनने की रेस में सबसे आगे हैं। दोनों 1984 बैच के हैं। दोनों में उपेंद्र द्विवेदी सबसे वरिष्ठ हैं।
31 मई को रिटायर होने वाले थे सेना प्रमुख मनोज पांडे
नियमों के मुताबिक, सेना प्रमुख अपनी नियुक्ति की तीन साल पूरे होने या 62 साल की उम्र होने पर, दोनों में जो भी पहले हो, सेवानिवृत्ति हो जाते हैं। वर्तमान सेना प्रमुख जनरल पांडे 6 मई को 62 साल के हुए हैं। वे 31 मई को रिटायर होने वाले थे, लेकिन अब उनका कार्यकाल एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। वे दो साल से अधिक समय से आर्मी चीफ हैं। अब वे 30 जून को रिटायर होंगे।
जनरल उपेंद्र द्विवेदी और अजय कुमार सिंह भी 30 जून को होंगे रिटायर
बता दें कि उप सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और लेफ्टिनेंट जनरल अजय कुमार सिंह भी 30 जून को रिटायर होंगे। ऐसे में उनका सेना प्रमुख बनना मुश्किल लग रहा है। हालांकि, सरकार के पास अभी भी दोनों में से किसी एक को शीर्ष पद पर नियुक्त करने का अधिकार होगा।
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जीजी बेवूर और सैम मानेकशॉ का कार्यकाल बढ़ाया गया
बता दें कि अप्रैल 1974 में इंदिरा गांधी ने सेना प्रमुख जनरल जीजी बेवूर का कार्यकाल एक साल के बढ़ा दिया था। जनरल बेवूर 31 मई 1975 को रिटायर हुए थे। उनके सेवा विस्तार से लेफ्टिनेंट जनरल पीएस भगत आर्मी चीफ बनने से वंचित रह गए थे। उनकी जगह जनरल टीएन रैना सेना प्रमुख बने थे। इससे पहले, फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ का कार्यकाल भी बढ़ाया गया था। उन्हें 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ मिली जीत पर सेवा विस्तार मिला था।
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