जेएनयू में कुछ वर्ष पहले अलगाववादी द्वारा लगाए गए ‘आजादी आजादी’ के नारे आपके जेहन में अभी भी होंगे। अब उसी तर्ज पर ‘आजादी आजादी’ के नारे सात समुंदर पार से सुनाई दिए है। दिल्ली की प्रसिद्ध जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी की याद दिलाने वाले ये नारे अब अमेरिका के प्रसिद्ध कोलंबिया यूनिवर्सिटी में गूंज रहे हैं।
दरअसल अमेरिका के कई शीर्ष यूनिवर्सिटीज में इन दिनों ढेरों छात्र-छात्राएं फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी कड़ी में कोलंबिया यूनिवर्सिटी में भी फिलिस्तीन के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। ये फिलिस्तीन समर्थक छात्र-छात्राएं इजरायल के हमले का विरोध कर रहे हैं और गाजा में तत्काल युद्ध विराम और अमेरिका द्वारा यहूदी देश को दी जा रही सहायता रोकने की मांग कर रहे हैं।
कोलंबिया यूनिवर्सिटी में नारे लगाने का वीडियो ‘एक्स’ प्लेटफार्म पर साझा किया गया है। वीडियो में एक युवती को फिलिस्तीन की आजादी के समर्थन में हिंदी में ‘हम क्या चाहते…आजादी’ का नारा लगाते सुना जा सकता है। उसके पीछे दूसरे प्रदर्शनकारी उस नारे को दोहरा रहे हैं।
वीडियो में नारे लगाती वह युवती माथे पर बिंदी लगाए हुए है। उसका हिंदी उच्चारण भी साफ है। संभवत: वह भारत से है। साझा किए गए उस वीडियो में युवती यह कहते सुनी जा सकती है कि, ‘बाइडेन सुन लो, आजादी… नेतन्याहू सुन लो, आजादी’। इस वीडियो को देखकर लोगों को एक बार फिर से जेएनयू में लगाए गए नारों की याद आ गई होगी।
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग की तरफ से जारी आधिकारिक बयान और कुछ प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, पुलिस अधिकारियों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा हमला किया गया। इनमें से एक को कुर्सी से मारा गया, जबकि दूसरों पर बोतलें फेंकी गई। एनवाईपीडी ने कहा, “अधिकारियों को प्रोजेक्टाइल से निशाना बनाया गया और एक अधिकारी को कुर्सी से मारा गया।’
न्यूयॉर्क पुलिस ने 18 अप्रैल को इन प्रदर्शनकारियों पर कार्रवाई की और 100 से अधिक छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। इस कार्रवाई के बाद छात्रों ने एकजुटता दिखाते हुए दूसरे विश्वविद्यालयों में विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।