जर्मनी के बाद अब अमेरिका ने दिल्ली के सीएम केजरीवाल की गिरफ्तारी पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिका ने जेल में बंद दिल्ली के सीएम व विपक्षी नेता के लिए ‘ निष्पक्ष, पारदर्शी औऱ समय पर कानूनू प्रक्रिया’ सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहित किया है। यह टिप्पणी अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने दी।
संयुक्त राज्य अमेरिका की सरकार ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की सारी रिपोर्टों की बारीकी से देख रही है। अमेरिका ने अपने भारतीय समकक्ष को इसके लिए प्रोत्साहित किया है। अमेरिका की प्रतिक्रिया जर्मनी के विदेश कार्यालय द्वारा इस बात पर जोर देने के कुछ दिनों बाद आई है कि केजरीवाल, आरोपों का सामना कर रहे किसी भी अन्य भारतीय नागरिक की तरह, निष्पक्ष और निष्पक्ष सुनवाई के हकदार थे।
जर्मन सरकार के एक प्रवक्ता ने शुक्रवार को कहा था, ‘हम मानते हैं और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांतों से संबंधित मानकों को भी इस मामले में लागू किया जाएगा।‘ जर्मनी की टिप्पणी पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की औऱ जर्मन दूत को तलब किया। भारत ने विदेश कार्यालय के प्रवक्ता की टिप्पणी को आंतरिक मामलों में ज़बरदस्त हस्तक्षेप करार दिया।
केजरीवाल को ईडी ने 21 मार्च की शाम ‘प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट 2002’ के तहत गिरफ्तार किया है। इस कानून के तहत जमानत मिलनी काफी कठिन है। बता दें केजरीवाल को ईडी ने इससे पहले 9 समन जारी किए थे। केजरीवाल इसके खिलाफ कोर्ट में भी पहुंचे थे जिससे उन्हें राहत नहीं मिली। केजरीवाल की गिरफ्तारी से कुछ घंटे पहले की दिल्ली हाई कोर्ट ने यह फैसला सुनाया था कि कोर्ट उनको गिरफ्तारी से राहत नहीं दे सकता।