Bangladesh Violence: बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन लगातार जारी है। इस बीच बांग्लादेश सरकार ने रविवार शाम छह बजे से पूरे बांग्लादेश में कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। बांग्लादेश में जारी ताजा हिंसा में लगभग 93 लोगों की मौत हो गई। इस बीच बांग्लादेश में तीन दिन के अवकाश का भी एलान कर दिया गया है।
क्यों भड़की हिंसा (Bangladesh Violence)
प्रदर्शनकारियों की मांग है कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जाए। पहले जब हिंसा भड़की थी तब कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था। लेकिन हिंसा नहीं थमी और अब प्रदर्शनकारी शेख हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं।
कर्फ्यू का एलान
प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे हजारों प्रदर्शनकारियों को वहां से भगाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस छोड़ी और स्टन ग्रेनेड का इस्तेमाल करते नजर आई। तो वहीं, सरकार ने देश में भड़कती हिंसा को देखते हुए रविवार शाम 6 बजे से अनिश्चितकालीन राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू की घोषणा की है। बता दें कि बांग्लादेश सरकार ने पिछले महीने शुरू हुए विरोध प्रदर्शनों के दौरान पहली बार ये कदम उठाया है।
भारत ने जारी की बांग्लादेश के लिए एडवाइजरी (Bangladesh Violence)
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है। बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को अत्यधिक सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को सीमित रखने और ढाका में भारतीय उच्चायोग के आपातकालीन फ़ोन नंबर 8801958383679, 8801958383680, 8801937400591 के ज़रिए संपर्क में रहने की सलाह भी दी गई है।
देशभर में गई 200 लोगों की जान
एक महीने से बांग्लादेश में छात्र सरकारी नौकरियों के लिए कोटा प्रणाली को खत्म करने की मांग कर रहे हैं। छात्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के इस आंदोलन में पहले भी हिंसा भड़क चुकी है और अब तक देश भर में कम से कम 200 लोगों की जान जा चुकी हैं।
टैक्स और बिलों का भुगतान न करने की अपील
प्रदर्शनकारियों ने जनता से टैक्स और बिल भुगतान न करने की अपील की है। साथ ही उन्होंने रविवार को किसी को भी काम पर न जाने की अपील की थी। रविवार को प्रदर्शनकारियों ने ढाका के शाहबाग इलाके में एक अस्पताल, बंगबंधु शेख मुजीब मेडिकल यूनिवर्सिटी पर हमला किया था।
देश में लगा कर्फ्यू (Bangladesh Violence)
देश में बढ़ते हिंसा को देखते हुए पीएम हसीना और उनकी पार्टी ने कर्फ्यू लगाने का एलान किया है। हालांकि, पीएम हसीना और उनकी पार्टी प्रदर्शनकारियों के दबाव को खारिज करती दिख रही हैं। देश में बढ़ते हिंसक प्रदर्शन के लिए सरकार ने विपक्षी दलों और अब प्रतिबंधित दक्षिणपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी और उनकी छात्र शाखाओं को दोषी बताया है। राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक के बाद हसीना ने आरोप लगाया कि “जो लोग अभी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं वे छात्र नहीं हैं, बल्कि आतंकवादी हैं, जो देश को अस्थिर करना चाहते हैं।” उन्होंने देशवासियों से इन आतंकवादियों को सख्ती से निपटने की अपील की है।
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