Uttarakhand Forest Fire : पौड़ी के जंगलों में लगातार लग रही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया है। खेल विभाग के इंदौर स्टेडियम तक आग पहुंच गई है। इसके चलते आनन-फानन में बच्चों को हॉस्टल से सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, लेकिन इस दौरान आग हॉस्टल तक पहुंच गई, जिससे हॉस्टल का एक कमरा आग की चपेट में आ गया।
आग इतनी विकराल थी कि हॉस्टल में रह रहे बच्चों का सारा सामान जलकर खाक हो गया। आग को लेकर परिसर में छात्रों के अंदर भय का माहौल है। वहीं, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंची और बमुश्किल फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाया।पौड़ी के नागदेव रेंज में आग को काबू पाने के लिए वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। विभाग के कर्मचारी इससे पहले आग पर काबू पाते, वह स्वयं आग और धुएं की चपेट में आ गए। इसके चलते बमुश्किल वन कर्मियों की जान बच पाई।
जंगल की आग से अब तक 5 लोगों की हो चुकी मौत
जंगल की आग रिहायशी इलाकों तक पहुंचे के कारण लोगों की जान आफत में पड़ गई है। आग की चपेट में आने से अब तक 5 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। आग में झुलसने से अल्मोड़ा में 28 साल की एक महिला मजदूर की मौत हो गई है। ये महिला जंगल की आग बुझाने की कोशिश में बुरी तरह झुलस गई थी। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पिछले हफ्ते उसी आग में जलने से महिला के पति और दो अन्य लोगों की जान चली गई थी। पौड़ी में जंगलों की आग खेतों तक पहुंची तो 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने आग को बुझाने की कोशिश की। इसी दौरान ये महिला आग में बुरी तरह जल गई। महिला को जिला अस्पताल के बाद ऋषिकेश एम्स रेफर किया गया, लेकिन महिला का जान नहीं बच पाई।
लोगों को सांस लेने में हो रही तकलीफ
जंगल की आग का ऐसा ही विकराल रूप रुद्रप्रयाग में देखने को मिल रहा है। जिले में अब तक 52 वनाग्नि की घटनाएं सामने आई हैं। इन घटनाओं में 39 हेक्टेयर वन भूमि क्षेत्र को नुकसान हुआ है। आग के कारण आसमान में धुआं ही धुआं है, जिससे लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। पेजजल स्रोत सूख रहे हैं। साथ ही तापमान में वृद्धि हो रही है। जंगल की इस आग का पर्यावरण पर बुरा असर पड़ रहा है। रुद्रप्रयाग में जंगलों की आग लगाने के आरोप में तीन लोगों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। वन विभाग आग से निपटने के लिए लोगों को जागरूक भी कर रहा है।
पिछले 24 घंटे में जंगलों में आग की 24 नई घटनाएं हुई हैं। इनमें कुमाऊं मंडल की 22 घटनाएं शामिल हैं। आग की इन घटनाओं में 36.5 हेक्टेयर वन क्षेत्र जल गया। इस फायर सीजन में अब तक आग की 910 घटनाएं हुई हैं। इसमें 1144 हेक्टेयर से ज्यादा जंगल जलकर राख हो चुका है। जंगल की आग से कुमाऊं मंडल सबसे ज्यादा प्रभावित है। यहां अब तक 482 आग की घटनाएं दर्ज की गई हैं।