Baba Tarsem Singh : नानकमत्ता गुरुद्वारे के डेरा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या के मामले में कई नामी-गिरामी लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। जिन दो अपराधियों ने तरसेम सिंह की हत्या की थी, वह दोनों सुपारी किलर के रूप में काम किया करते थे। इस हत्याकांड में गोल्डी बराड़ और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के भी शामिल होने की आशंका जताई जा रही है। यह जानकारी उत्तराखंड के डीजीपी अभिनव कुमार ने दी।
डीजीपी ने बताया कि जिन दो आरोपियों ने तरसेम सिंह की गोली मारकर हत्या की थी, उसमें से एक आरोपी का उत्तराखंड एसटीएफफ और दूसरे का हरिद्वार पुलिस ने भगवानपुर क्षेत्र में एनकाउंटर किया था। मारे गए बदमाश अमरजीत पर 1 लाख रुपये का इनाम था। उन्होंने बताया कि दूसरा आरोपी फिलहाल फरार चल रहा है। पुलिस तलाश में जुटी है। डीजीपी ने कहा कि बाबा तरसेम सिंह की हत्या एक गहरा षड़यंत्र था। पूरे मामले में 11 लोग प्रकाश में आए थे। 7 षड़यंत्रकारियों को अब तक़ गिरफ्तार किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 3 और लोगों की तलाश जारी है। कहा कि तरसेम सिंह की हत्या की इन्वेस्टीगेशन नज़ीर पेश करने का काम करेगी। हत्या के कारणों को जानने के लिए पुलिस संदिग्ध लोगों से पूछताछ कर रही है।
बता दें, उधम सिंह नगर के नानकमत्ता गुरद्वारे के संत बाबा तरसेम सिंह की हत्या के शार्प शूटर को पुलिस ने मंगलवार सुबह भगवानपुर के जंगल में मुठभेड़ में मार गिराया था। देहरादून हरिद्वार के अलावा कई जिलों की एसटीएफ कुख्यात बदमाश की तलाश में जुटी थी। सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि भगवानपुर के जंगल में कुख्यात अमरजीत सिंह बाइक पर अपने एक साथी के साथ है। इसके बाद सूचना मिलते ही पुलिस और एसटीएफ की टीमों ने शार्प शूटर का पीछा कर उसको मार गिराया। वहीं, सूचना मिलते ही आईजी गढ़वाल करन सिंह नगयान पुलिस अधिकारियों के साथ मौके पर पहुंचे थे और घटना की जानकारी ली थी। मौके से आरोपी की बाइक भी पुलिस ने बरामद की थी।
पुलिस ने बताया था कि यह वही बाइक है, जिससे घटना को अंजाम दिया गया था। भगवानपुर थानाध्यक्ष सूर्य भूषण नेगी के साथ-साथ एसपी देहात स्वपन किशोर भी मौके पर मौजूद रहे थे। आईजी गढ़वाल करन सिंह नागयान ने बताया था कि पिछले काफी समय से पुलिस कुख्यात अपराधी अमरजीत की तलाश में जुटी थी। सभी रिश्तेदारों के साथ भी संपर्क में थी।