Uttarakhand Forest Fire : उत्तराखंड के जंगलों में फैल रही आग से टूरिस्ट सिटी नैनीताल में भी हालात खराब हैं। नैनीताल चारों तरफ जंगल की आग से घिरा हुआ है। जंगलों की आग की लपटें और धुएं का गुबार नैनीताल के रिहायशी इलाकों तक पहुंच रहा है। एक इंटर कॉलेज से सटे इलाके भी आग की चपेट में आ गए हैं। पहाड़ की बाइक राइडर बेटी लगातार घूम-घूमकर हालातों को अपने कैमरे में उतार रही हैं।
नैनीताल से लगे जंगलों की आग की आंच स्कूल और कॉलेजों के पास पहुंच रही है। अगर हालात जल्द ही काबू में ना आए तो खतरा बहुत बढ़ सकता है। पहाड़ की बाइक राइडर बेटी ममता नागर ने एक कॉलेज के छात्रों से बातचीत की। उनसे हालात जाने और उन्हें जल-जंगल-जमीन की मुहिम की अहमियत समझाई।
ममता नागर पेशे से टीचर हैं। बाइक राइडर बेटियों का ग्रुप चलाती हैं। उनका संगठन जनहित से जुड़े मुद्दों पर लगातार काम करता है और लोगों को जागरूक करता है। अब जंगलों में आग धधक रही है तो ममता लोगों को जागरूक करने निकली हैं। उन्होंने कॉलेज के टीचरों से भी बात की, ताकि पता चले कि जंगलों में जब आग लगती है तो क्या-क्या मुसीबतें लोगों पर टूटती हैं।
जंगलों में आग की कई वजहे हैं। गर्मी बढ़ने के साथ-साथ इंसान भी इसके पीछे जिम्मेदार हैं। सरकार जंगलों को आग से बचाने के लिए सेना के साथ मिलकर बड़ा ऑपरेशन छेड़े हुए हैं। आरोपियों की गिरफ्तारी भी हो रही है। लेकिन, जंगलों को आग से बचाने के लिए सिर्फ इतना काफी नहीं है। लोगों का जागरूक होना भी बहुत जरूरी है। ममता नागर ये जानती हैं, इसलिए वो आग से प्रभावित इलाकों में घूम रही हैं और जागरूकता की मुहिम चला रही हैं।
उत्तराखंड के भीमताल से सटे जंगलों में पिछले कई दिनों से लगी आग बेकाबू हो चुकी है। सबसे ज्यादा असर गढ़वाल और कुमाऊ मंडल के 11 जिलों पर पड़ा है। नैनीताल से लेकर भीमताल, रानीखेत, अल्मोड़ा सहित पूरे कुमाऊं में जंगल धधक रहे हैं। ऐसे में मनु शक्ति संगठन की अध्यक्ष ममता नागर अपनी बाइक से पहाड़ को बचाने निकल गई हैं।