Rishikesh Karnaprayag Rail Project : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट में सुमार निर्माणाधीन ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना आए दिन नए आयाम स्थापित कर रही है। शुक्रवार को प्रोजेक्ट की कार्यदायी संस्था लार्सन एंड टुब्रो (LNT) ने शिवपुरी-गूलर के मध्य लगभग 6 किलोमीटर लंबी सुरंग का ब्रेकथ्रो कर सुरंग को भेदकर बड़ी सफलता हासिल की।
प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारी अजय प्रताप ने बताया कि रेल परियोजना के तहत सुरंग नंबर 2 का आज सफल ब्रेकथ्रो कर रेल निगम ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। वहीं, पूर्व में दी गई अधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस प्रोजेक्ट में सुरंगों का निर्माण और अन्य कार्य दिसंबर 2025 तक पूर्ण कर दिए जाएंगे। सब कुछ ठीक रहा तो वर्ष 2026 में पहाड़ों पर ट्रेन दौड़ने लगेगी।
प्रोजेक्ट अधिकारी ने बताया कि ट्रैक बिछाने का 70 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। उन्होंने कहा कि 60 किमी की दूरी की बनी टनल में कंक्रीट लाइनिंग का कार्य भी पूरा हो गया है। ट्रेन परियोजना के तहत 16 मुख्य रेलवे पुल और चार छोटे पुल बनाए गए हैं। श्रीनगर, गढ़वाल, गोचर और कालेश्वर में रेलवे स्टेशनों को जोड़ने के लिए मोटर पुलों का निर्माण कार्य भी पूरा हो गया है।
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रेल विकास निगम के केंद्रीय परियोजना महाप्रबंधक अजीत सिंह यादव और उप महाप्रबंधक ओपी मालगुड़ी ने बताया कि प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 125 किमी है। इसमें 105 किमी हिस्सा सुरंगों के अंदर तय होगा। कहा कि सुरक्षा मानकों का भी ध्यान रखा जा रहा है।
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