चमोली जिले में स्थित श्री हेमकुंड साहिब के आस्था पथ से बर्फ हटाने के लिए सेना के जवान और गुरुद्वारा के सेवादार रविवार को गोविंदघाट से घांघरिया के लिए रवाना हो गए थे। सेना के जवान और सेवादार आज से बर्फ हटाने का कार्य शुरू करेंगे। हेमकुंड साहिब आस्था पथ पर अभी भी भारी मात्रा में बर्फ जमी हुई है।
हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। यात्रा शुरू होने से पहले आस्था पथ से हर साल सेना के जवान और गुरुद्वारा के सेवादार बर्फ हटाकर उसे आवाजाही के लिए सुगम बनाते हैं। 9 स्वतंत्र पर्वतीय ब्रिगेड ग्रुप के कमांडर ब्रिगेडियर एमएस ढिल्लो के निर्देश के बाद रविवार को 418 इंडिपेंडेंट इंजीनियर कोर के ओसी कर्नल सुनील यादव हरसेवक सिंह व प्रमोद कुमार के नेतृत्व में 35 सदस्यीय जवानों का दल बर्फ हटाने के लिए भेजा।
गोविंदघाट गुरुद्वारा में गुरु ग्रंथ साहिब की उपस्थिति में अरदास व इजाजत लेकर सेना के जवानों व गुरुद्वारा के सेवादारों को हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के मुख्य प्रबंधक सेवा सिंह ने रविवार सुबह घांघरिया के लिए रवाना किया था। यह जत्था सोमवार को घांघरिया से आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम शुरू करेगा। जवानों और सेवादारों का पड़ाव घांघरिया रहेगा। आधा कार्य होने के बाद पड़ाव हेमकुंड साहिब किया जाएगा।
हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्रजीत बिंद्रा ने बताया कि इस साल हेमकुंड साहिब के लिए पहला जत्था 22 मई को ऋषिकेश गुरुद्वारा से धूमधाम के साथ रवाना किया जाएगा।