Radioactive Material Found in Dehradun : देहरादून पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर ब्रुक एण्ड वुडस सोसाइटी में 5 लोगों को एक संदिग्ध डिवाइस के साथ गिरफ्तार किया। साथ ही पुलिस को एक काले रंग का बॉक्स मिला। ये लोग इस डिवाइस की खरीद-फरोख्त करने से लिए यहां आए थे। आरोपियों ने बॉक्स में रेडिया एक्टिव पावर आर्टिकल होना और उसे खोलने पर रेडिएशन का खतरा होने की बात बताई। अगर पुलिस और जांच एजेंसियों का शक सही निकला तो ये डिवाइस काफी खतरनाक साबित हो सकती है। पुलिस वालों ने डिवाइस की जांच की।
थाना राजपुर पुलिस को मुखबिर के माध्यम से शुक्रवार को सूचना मिली कि ब्रुक एण्ड वुडस सोसाइटी में स्थित श्वेताभ सुमन के फ्लैट, जिसे उन्होंने कुछ लोगों को किराये पर दिया है, उसमें कुछ संदिग्ध लोग हैं। यह भी जानकारी मिली कि वे अपने साथ सम्भवत: कोई रेडियोएक्टिव पदार्थ व अन्य सामग्री लेकर आए हैं और उक्त डिवाइस की खरीद-फरोख्त की बात की जा रही है। इसके बाद थाना राजपुर से पुलिस बल तत्काल मौके पर पहुंचा। वहां 5 लोग मौजूद मिले। उनके पास से एक डिवाइस मिला था, जिस पर Radiography Camera Manufatured By Board Of Radiation And Isotope Technology Government Of India Department Of Atomic Energy BARC/BRIT Vashi Complex Sector 20 Vashi Navi Mumbai लिखा हुआ था। साथ ही एक काले रंग का बाक्स मिला, जिसमें उक्त व्यक्तियों द्वारा रेडिया एक्टिव पावर आर्टिकल होना और उसे खोलने पर रेडिएशन का खतरा होने की बात बताई गई।
उन लोगों से नाम पता पूछने पर सभी ने एक-एक कर अपना नाम बताया। इनके नाम सुमित पाठक पुत्र देवेन्द्र पाठक निवासी आधार अपार्टमेंट नगला बघेल दयाल बाग न्यू आगरा, तबरेज आलम पुत्र रिजवान निवासी सहारनपुर, सरवर हुसैन पुत्र साबिर अहमद निवासी थाना रनौला नई दिल्ली, जैद अली पुत्र उबैद अली निवासी थाना जहांगीराबाद भोपाल और अभिषेक जैन पुत्र मयंक जैन निवासी थाना करोल भोपाल हैं। इन लोगों ने पूछताछ में आरोपी तबरेज आलम द्वारा उक्त डिवाइस को 10 से 11 महीने पूर्व सहारनपुर निवासी अपने परिचित राशिद उर्फ समीर से खरीदने की बात बताई। आगरा निवासी सुमित पाठक से उक्त डिवाइस की खरीद फरोख्त की बात करने देहरादून आने की बात बताई। आरोपियों से पूछताछ के आधार पर दिल्ली और फरीदाबाद के कुछ अन्य लोगों के नाम प्रकाश में आए हैं, जिसके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
पुलिस टीम ने रेडिएशन फैलने की सम्भावना के दृष्टिगत उक्त उपकरणों वाले कमरे को सील करते हुए मौके पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया। एसडीआरएफ ने Teletector, Alscine Monitor और Mini Rad Bita Internal उपकरणों से उक्त डिवाइस की जांच की। जांच के बाद उसमें रेडियो एक्टिव तत्व होने की सम्भावना जताई गई। इस पर तत्काल अन्य सम्बन्धित एजेंसियों से समन्वय स्थापित कर उन्हें इसकी सूचना दी गई। उक्त डिवाइस के सम्बन्ध में जानकारी करने पर ज्ञात हुआ कि इस प्रकार की डिवाइसों का निर्माण मुबई स्थित भाभा एटोमिक रिसर्च सेंटर में किया जाता है, जो मेडिकल फील्ड और बडी-बडी पाइप लाइनों में लीकेज चेक करने के काम आती है।
मेल के माध्यम से भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर को उक्त डिवाइस के सम्बन्ध में जानकारी दी गई। इस पर नरोरा बुलंदशहर से नरोरा एटॉमिक पावर स्टेशन से रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम शुक्रवार को मौके पर पहुंची। उनके द्वारा लगभग 3 से 4 घंटे तक उक्त डिवाइस का परीक्षण किया गया। परीक्षण के बाद टीम द्वारा प्रथम दृष्टया उक्त डिवाइस में रेडियो एक्टिव पदार्थ न होने, लेकिन उसमें कुछ अन्य केमिकल मौजूद होने पर उक्त डिवाइस को परीक्षण के लिए भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर भेजे जाने की बात बताई गई। इसके सम्बन्ध में रेडिएशन इमरजेंसी रिस्पांस टीम से विस्तृत रिपोर्ट प्राप्त की गई है। बरामद डिवाइस के सम्बन्ध में आरोपियों के विरुद्ध थाना राजपुर में अभियोग पंजीकृत करते हुए सभी को गिरफ्तार किया गया।