Akhilesh Yadav In Lok Sabha: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार को लोकसभा में केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने ईवीएम, पेपर लीक और अयोध्या में मिली जीत के मुद्दे पर सरकार को घेरा। अखिलेश यादव ने कहा कि अयोध्या की जीत भारत के परिपक्व मतदाताओं की जीत है। इस दौरान उनके साथ अयोध्या के सांसद अवधेश प्रसाद भी मौजूद रहे।
#WATCH | Delhi: Speaking on Ayodhya Election result, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says, "… The victory of Ayodhya is the democratic victory of the mature voter of India…" pic.twitter.com/zJwGswmZqo
— ANI (@ANI) July 2, 2024
Akhilesh Yadav In Lok Sabha: ईवीएम का मुद्दा कभी खत्म नहीं होगा
ईवीएम के मुद्दे पर सपा सांसद ने कहा कि ईवीएम पर मुझे कल भी भरोसा नहीं था, आज भी नहीं है। मैं 80 में से 80 सीट भी जीत जाऊं तब भी ईवीएम पर भरोसा नहीं रहेगा। ईवीएम का मुद्दा कभी खत्म नहीं होगा।
#WATCH | On EVMs, Samajwadi Party MP Akhilesh Yadav says,"…EVM pe mujhe kal bhi bharosa nahi tha, aaj bhi nahi hai bharosa, mein 80/80 seats jeet jaun tab bhi nahi bharosa…The issue of EVM has not died" pic.twitter.com/UJIS6hBGQt
— ANI (@ANI) July 2, 2024
Akhilesh Yadav In Lok Sabha: युवाओं को नौकरी नहीं देना चाहती सरकार
अखिलेश यादव ने सदन में पेपर लीक का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि कि पेपर लीक क्यों हो रहे हैं? सच तो यह है कि ऐसा इसलिए हो रहा है ताकि सरकार को युवाओं को नौकरी न देनी पड़े।
बागवानी फसलों को भी मिले एमएसपी: सपा सांसद
लोकसभा में बोलते हुए सपा सांसद ने कहा कि हम जाति जनगणना के पक्ष में हैं। हम अग्निवीर योजना को कभी स्वीकार नहीं कर सकते। जब आइएनडीआई गठबंधन सत्ता में आएगा, तो अग्निवीर योजना को खत्म कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी लागू नहीं की गई है। बागवानी फसलों को भी एमएसपी दिया जाना चाहिए।
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चलने वाली नहीं, यह गिरने वाली सरकार है: अखिलेश
इससे पहले, अखिलेश यादव ने शायराना अंदाज में अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आवाम ने तोड़ दिया हूकुमत का गुमार, दरबार तो लगा है, मगर बड़ा गमगीन बेनूर है। पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है। जनता कह रही है कि चलने वाली नहीं, यह गिरने वाली सरकार है, क्योंकि ऊपर से जुड़ा कोई तार नहीं, नीचे कोई आधार नहीं, अधर में जो लटकी, वो तो कोई सरकार नहीं।