अगर आप आईफोन या एप्पल कंपनी से बने हुए इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए हैं। एक जासूसी सॉफ्टवेयर ग्राहकों को टारगेट कर रहा है, जिसके चलते थ्रेट अलर्ट बढ़ रहे हैं। 10 अप्रैल को एप्पल ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है, जिसमें इस स्पाइवेयर के बारे में जानकारी दी गई है। एप्पल ने दुनिया के 92 देशों के यूजर्स के लिए एक चेतावनी जारी की है। इस चेतावनी के मुताबिक, भारत समेत दुनिया के 92 देशों के यूजर्स को Mercenary Spyware अटैक से खतरा है।
एप्पल द्वारा चेतावनी जारी कि गई है कि Mercenary स्पाइवेयर (जैसे कि NSO ग्रुप की तरफ से Pegasus) यानी एक तरह से किराए के स्पाइवेयर यूजर्स की सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा कर रहा है। इसमें कई तरह के खतरे शामिल है। इसमें फोन लॉक के बावजूद कंप्यूटर या एक्सेसरी के साथ वायर्ड कनेक्शन को ब्लॉक करना।
इस खतरे से निपटने के लिए एप्पल अपने लॉकडाउन मोड को मजबूत कर रहा है। आने वाले समय में एप्पल अपने और प्रोडक्ट्स में कई नई सुरक्षा जोड़ रहा है। एप्पल द्वारा जारी किए गए इस नोटिफिकेशन में बताया गया है कि उनके यूजर्स Mercenary Spyware अटैक का शिकार हो सकते हैं। कुछ उपभोक्ताओं को टारगेट बनाकर इस स्पाइवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
Apple ने जानकारी दी है कि ये एक तरह के स्पाइवेयर हमले हैं, जैसे कि NSO समूह के पेगासस का उपयोग करने वाले। हालांकि, इस तरह के साइबर अटैक बहुत कम होते हैं। इन साइबर अटैक की कीमत बहुत ज्यादा है। इनकी कीमत लाखों डॉलर में है।
एप्पल का कहना था कि अभी तक इस तरह के साइबर अटैक की संख्या बहुत कम है। लेकिन, भले ही ये साइबर अटैक कम लोगों पर किए जा रहे हों। लेकिन ये पूरी दुनिया में किए जा रहे हैं। इसी को लेकर एप्पल ने भारत समेत 91 देशों में ये चेतावनी जारी की है।