UPSC Chairperson Manoj Soni Resign : सिविल सेवा परीक्षा 2022 में नियमों का उल्लघंन करने के मामले में महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS पूजा खेडकर पर शुक्रवार को यूपीएससी ने एफआईआर दर्ज कराई थी। वहीं, शनिवार को संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के चेयरमैन मनोज सोनी ने इस्तीफा दे दिया। सूत्रों का कहना है कि सोनी ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दिया है, लेकिन अभी उनका इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया है। दरअसल, सोनी का कार्यकाल 2029 तक था। उन्होंने पांच साल पहले ही इस्तीफा दे दिया।
बता दें, सोनी साल 2017 में UPSC के साथ जुड़े थे, इसके कुछ दिनों बाद ही उन्हें UPSC का चैयरमैन बना दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने कई संस्थानों में अपनी सेवा दी है। ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने निजी कारणों के चलते इस्तीफा दिया है।
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पूजा खेडकर मामले के बीच दिया इस्तीफा
सोनी ने तब इस्तीफा दिया है, जब ट्रेनी IAS पूजा खेडकर का मामला तूल पकड़ रहा है। पूजा खेडकर ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में नियमों का उल्लघंन किया था। उनकी परीक्षा में बैठने की लिमिट पूरी हो गई थी। फिर भी उन्होंने फर्जी तरीके से अपनी पहचान बदलकर यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दी। उन्होंने अपना नाम, पिता का नाम, मां का नाम, फोटो और साइन तक बदल डाले थे। इसके अलावा मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और पता भी बदला था। गलत तरीके से नई पहचान बनाने की वजह से उन्हें लिमिट से ज्यादा बार परीक्षा में बैठने का मौका मिला था।
कौन हैं मनोज सोनी
मनोज सोनी का जन्म 17 फरवरी, 1965 को मुंबई में हुआ था। सोनी 28 जून, 2017 को आयोग में शामिल हुए और 5 अप्रैल, अपनी नियुक्ति से पहले, उन्होंने सरदार पटेल विश्वविद्यालय (एसपीयू), वल्लभ विद्यानगर में अंतर्राष्ट्रीय संबंध पढ़ाया। उन्होंने डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय और महाराजा सयाजीराव विश्वविद्यालय बड़ौदा के कुलपति के रूप में कार्य किया है। उन्होंने उच्च शिक्षा और लोक प्रशासन के कई संस्थानों के गवर्नर बोर्ड में भी कार्य किया है। साल 2015 में सोनी को चार्टर्ड इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अकाउंटेंट्स, लंदन, यूके द्वारा दूरस्थ शिक्षा नेतृत्व के लिए वर्ल्ड एजुकेशन कांग्रेस ग्लोबल अवार्ड से सम्मानित किया था।