Mahamandaleshwar Yeti Narasimhanand Giri : शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने गुरुवार को माया देवी मंदिर जूना अखाड़े के आनंद भैरव घाट से कांवड़ उठाई। उन्होंने यह कांवड़ विश्व धर्म संसद की सफलता, हिंदुओं के परिवारों में वृद्धि व मजबूती और जातिवाद व जातीय वैमनस्यता के समूल विनाश के लिए उठाई। इसके लिए कांवड़ यात्रियों ने आनंद भैरव घाट पर विधिवत पूजा-अर्चना की। उनकी पूजा पंडित पवनकृष्ण शास्त्री ने संपन्न करवाई। इससे पूर्व चंडी चौक पर शिवशक्ति धाम डासना में स्थापित होने वाले शिव परिवार को गंगा जल में स्नान करवाकर सनातन धर्म के शत्रुओं के समूल विनाश की कामना की।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने कहा कि आज जिस तरह इस्लामिक जिहाद से सम्पूर्ण मानवता को खतरा है, ऐसे में विश्व धर्म संसद सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए एक अति महत्वपूर्ण पहल सिद्ध हो सकती है। इसके लिए सनातन धर्मगुरुओं के समाज सहित सम्पूर्ण हिंदू समाज को अपनी मानसिकता में थोड़ा परिवर्तन करके इसका समर्थन और सहयोग करना पड़ेगा। महाराज ने कहा कि आज मेरे द्वारा पोप को पत्र भी लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि यूरोप में जिस तरह के हालात हैं ऐसे में पोप को चाहिए कि वह पहले अपने क्रिश्चियन भाइयों के लिए कुछ करें, अन्यथा जिस तरह के हालात यूरोप में बने हुए हैं, आने वाले समय में क्रिस्टीयानों पर भी यूरोप में खतरा मंडराने लगेगा।
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कांवड़ के लिए जल लेते हुए विश्व धर्म संसद की मुख्य संयोजक डॉ उदिता त्यागी ने कहा कि आज सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता अपने अस्तित्व के खतरे में है। हिंदुओं के घटते हुए जनसंख्या अनुपात ने हमारे सामने समूल विनाश के खतरे को लाकर खड़ा कर दिया है। हिंदू समाज के सबसे बड़े शत्रु जातिवाद और जातीय वैमनस्यता ने हमें बर्बादी के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है। ऐसे में वर्तमान समय में सबसे महत्वपूर्ण यही है कि देवाधिदेव भगवान महादेव शिव और जगत जननी मां जगदंबा सनातन धर्म और सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लिए हम हिंदुओं को सद्बुद्धि प्रदान करें।
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