Swami Kailashanand Giri statement : केदारनाथ मंदिर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। अब निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने दिल्ली के बुराड़ी में बन रहे केदारनाथ मंदिर पर अपना बयान जारी कर कहा कि वहां केवल मंदिर बना है, नाकि धाम। उनका कहना है कि केदारनाथ के नाम से मंदिर कहीं भी बन सकता है, लेकिन केदारनाथ धाम केवल एक ही है, जोकि उत्तराखंड में स्थित है। उसकी जगह कोई भी मंदिर नहीं ले सकता है। इसी के साथ उन्होंने बताया कि उनको और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को इस मंदिर की भूमि पर पूजन के लिए आमंत्रित किया गया था। इसमें वह बतौर अतिथि पहुंचे थे। उत्तराखंड सरकार का इस मंदिर समिति और इस मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है। यह केवल कुछ लोगों द्वारा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की छवि को धूमिल करने के लिए किया जा रहा है।
निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि ने कहा कि उत्तराखंड में केवल चार धाम हैं और भारत देश में भी केवल और केवल चार धाम ही हैं। किसी मंदिर को धाम का नाम रखकर बनाया जा सकता है, लेकिन धाम की मान्यता अलग ही होती है। इसलिए, तीर्थ पुरोहितों को समझना चाहिए कि केदारनाथ धाम की इस मंदिर के बनने से मान्यता कम नहीं होगी।
बता दें, दिल्ली के बुराड़ी में बाबा केदार का मंदिर बनाया जा रहा है। मंदिर का नाम श्री केदारनाथ दिल्ली धाम मंदिर है। 3 एकड़ में इसका निर्माण हो रहा है। 10 जुलाई को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इसका भूमि पूजन किया था। केदारनाथ धाम ट्रस्ट मंदिर बुराड़ी इसका निर्माण करा रहा है, लेकिन पूजन के बाद से मंदिर बनाने का विरोध हो रहा है। केदारनाथ धाम से लेकर पूरी केदारघाटी में इसे लेकर नाराजगी है। केदारनाथ धाम से जुड़े पंडित और पुरोहितों में गुस्सा है।
यह भी देखें : हल्द्वानी में पकड़े गए लॉरेंस विश्नोई गैंग के दो बदमाश, ज्वेलर्स से मांगी थी रंगदारी
पंडित और पुरोहितों का कहना है कि केदारनाथ धाम से करोड़ों हिंदुओं की आस्था जुड़ी हुई है। ऐसे में बाबा केदारनाथ का मंदिर कहीं और बनाना यह तीर्थ की मर्यादा के खिलाफ है। साथ ही धामों के प्रति लोगों की आस्था पर प्रहार भी है। शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद ने भी दिल्ली में बन रहे इस मंदिर का विरोध किया है। उन्होंने कहा कि केदार हिमालय में है तो आप दिल्ली में कैसे बना सकते हैं।
यह भी देखें : कांग्रेस नेता ने दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने का किया विरोध