केंद्र में एडीए गठबंधन की लगातार तीसरी बार सरकार बनी है। इसके साथ ही नरेंद्र मोदी भी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। वहीं, अब सभी दलों की नजर यूपी पर टिकी है। यूपी में 9 विधानसभा सीटों पर आगामी 6 महीने में उप चुनाव होने हैं। इन चुनावों के होने का कारण कई विधायकों का लोकसभा चुनाव 2024 में सांसद बनना है। ऐसे में इन विधायकों को अपनी सीट से इस्तीफा देना होगा।
इन सीटों पर होगा उप चुनाव
दरअसल, उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 4 समाजवादी पार्टी, 3 पर भारतीय जनता पार्टी और 1-1 पर आरएलडी-निषाद पार्टी के विधायक काबिज हैं। योगी सरकार में पीडब्लूडी मिनिस्टर जितिन प्रसाद विधान परिषद सदस्य हैं, जिनपर भाजपा ने भरोसा जताते हुए पीलीभीत सीट से चुनाव लड़वाया था और उन्होंने सपा उम्मीदवार भगवत सरन गंगवार को 164935 वोटों से हरा दिया। वहीं, चुनाव जीतने के बाद जितिन प्रसाद ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें मोदी सरकार 3.0 में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया है।
ये विधायक देंगे इस्तीफा
- सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
सपा प्रमुख अखिलेश यादव यूपी की मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने कन्नौज से चुनाव लड़ा और जीता है। ऐसे में अब वह केंद्र की राजनीति में उतर गए हैं। इसके चलते उन्हें विधायकी छोड़नी पड़ेगी। - सपा के अवधेश प्रसाद
समाजवादी पार्टी के अवधेश प्रसाद, जिन्होंने लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा प्रत्याशी को फैजाबाद सीट से करारी मात दी है। वहीं, 9 बार के विधायक अवधेश प्रसाद अब सांसद पहुंचने पर विधायकी से इस्तीफा देंगे, यानी मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा। - सपा के लालजी वर्मा
सपा के लालजी वर्मा अम्बेडकर नगर की कटहेरी विधानसभा सीट से विधायक हैं। उन्होंने अम्बेडकर नगर लोकसभा सीट से सपा के टिकट पर 137247 वोटों से जीत हासिल की। सांसद बनने के बाद अब उन्हें विधायकी पद से इस्तीफा देना होगा। - सपा के जिया उर रहमान बर्क
सपा के जिया उर रहमान बर्क मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से विधायक है। लेकिन इस बार उन्होंने संभल सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत भी हासिल की। ऐसे में अब वह सांसद बनने के बाद विधायकी से इस्तीफा देंगे। - बीजेपी के अनूप वाल्मीकि प्रधान
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से विधायक अनूप वाल्मीकी प्रधान को भाजपा ने हाथरस लोकसभा सीट से चुनावी टिकट दिया था। उन्होंने यहां से करीब डेढ़ लाख वोटों के अंतर से जीत दर्ज की। वहीं, गांव के पंचायत से राजनीति का सफर शुरू करने वाले अनूप प्रधान अब सांसद बनने के बाद विधायकी से इस्तीफा देंगे। - बीजेपी के अतुल गर्ग
अतुल गर्ग गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट से विधायक हैं। भाजपा ने उन्हें गाजियाबाद लोकसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा और उन्होंने इंडिया गठबंधन की प्रत्याशी को मात दी। ऐसे में अब सांसद बनने के बाद अब गर्ग विधायकी से इस्तीफा देंगे। बता दें, अतुल गर्ग गाजियाबाद नगर निगम के पहले मेयर दिनेश चंद्र गर्ग के बेटे हैं। - बीजेपी के प्रवीण पटेल
प्रयागराज जिले की फूलपुर विधानसभा सीट से बीजेपी विधायक प्रवीण पटेल इस बार लोकसभा चुनाव लड़े और जीते। बीजेपी ने यहां से अपने मौजूदा सांसद केसरी देवी पटेल का टिकट काटकर प्रवीण पटेल को उम्मीदवार बनाया था। प्रवीण पटेल कांग्रेस के पूर्व विधायक महेंद्र प्रताप पटेल के बेटे हैं। अब सांसद बनने के बाद पटेल विधायकी से इस्तीफा देंगे। - आरएलडी के चंदन चौहान
आरएलडी के चंदन चौहान मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। आरएलडी के टिकट पर इन्होंने बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। इस सीट पर बीजेपी-आरएलडी गठबंधन में चुनाव लड़ा गया। वहीं, अब सांसद बनने के बाद चंदन चौहान विधायके से इस्तीफा देंगे। - निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद
मिर्जापुर की मझवा विधानसभा सीट से विधायक विनोद कुमार बिंद ने बीजेपी के टिकट पर भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने यहां टीएमसी के प्रत्याशी ललितेशपति त्रिपाठी को हराया है। ललितेश सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार थे। वहीं, अब विनोद कुमार बिंद सांसद बनने के बाद विधायकी से इस्तीफा देंगे।