Kuwait fire Case : कुवैत में हुए अग्निकांड में 45 भारतीयों की मौत हुई थी। मृतकों के पार्थिव शरीर को लेकर कुवैत से एक भारतीय विमान शुक्रवार शाम को दिल्ली के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पहुंचा। इस दौरान भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया, कमलजीत सहरावत, बांसुरी स्वराज और अन्य नेता मृतकों के पार्थिव शरीर लेने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे। मृतकों के शव लेने भारतीय वायुसेना का सी-130 जे सुपर हरक्यूलिस विमान कुवैत गया था।
केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि मृतकों के पार्थिव शरीर को लाने में 10-15 दिन लगते हैं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर की बदौलत हम उन भारतीय नागरिकों के पार्थिव शरीर को लाने में सफल रहे हैं, जिन्होंने इस घातक अग्निकांड में अपनी जान गंवाई है।
पीएम मोदी ने घटना जताया था शोक
इस घटना पर दुख जताते हुए कीर्ति वर्धन सिंह ने कहा कि खबर सुनकर प्रधानमंत्री मोदी चिंतित हो गए और उन्होंने तत्काल बैठक बुलाई। हमें कुवैत भेजा गया था। विदेश मंत्री ने कुवैत के विदेश मंत्री से बात की और वहां के विदेश मंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात की। उन्होंने हमारा सहयोग किया। हमने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की थी। डॉक्टरों ने हमें आश्वासन दिया कि घायल लोग जल्द ही ठीक हो जाएंगे। उन्होंने कहा, “हमारा दूतावास लगातार घायलों के संपर्क में है और वे स्थिति पर नज़र बनाए हुए है। कुवैत की सरकार के सहयोग की वजह से हम मृतकों के शवों को इतनी जल्दी भारत ला पाए हैं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आग की घटना में कम से कम 45 भारतीय मारे गए हैं। इसमें केरल (23), तमिलनाडु (7), कर्नाटक (1), आंध्र प्रदेश से तीन और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, झारखंड, हरियाणा, पंजाब व पश्चिम बंगाल से एक-एक मारे गए हैं।
कुवैत के मंगफ इलाके में एक इमारत में भीषण आग लग गई थी। कुवैत की एक न्यूज एजेंसी की अनुसार, इस हादसे में 49 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में 45 भारतीयों की मौत हुई थी। पीएम मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस हादसे पर शोक प्रकट किया था। कुवैत में हुए अग्निकांड के बाद पीएम मोदी के निर्देशों पर विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह कुवैत गए थे।