Kedarnath Temple Controversy : केदारनाथ मंदिर विवाद पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के बयान को लेकर शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप भड़क उठे। उन्होंने अविमुक्तेश्वरानंद की तुलना अभिनेत्री राखी सावंत से की। उन्होंने कहा कि अविमुक्तेश्वरानंद राखी सावंत की तरह हर हफ्ते कोई न कोई सनसनी फैला देते हैं। उनका कहना है कि अब उत्तराखंड सरकार को इन पर कार्रवाई करनी चाहिए और उनकी जांच होनी चाहिए कि यह किस कारण से इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं।
शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि केदारनाथ मंदिर सोना विवाद में रोज-रोज एक अनर्गल राजनीतिक बयान देना एक संन्यासी को शोभा नहीं देता है। उन्होंने कहा कि अभी शंकराचार्य पीठ का जो विवाद है, वह अभी समाप्त नहीं हुआ है। अभी सुप्रीम कोर्ट में यह मामला चल रहा है। शंकराचार्य पीठ पद पर अभी स्टे है। फिर भी शंकराचार्य पद का दुरुपयोग करके रोज-रोज एक नया बयान देना निंदनीय और असहनीय है। उन्होंने कहा कि वह उत्तराखंड सरकार से मांग करते हैं कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के खिलाफ जांच बैठाई जाए कि वे रोज इस तरह के बयान क्यों दे रहे हैं।
स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा कि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद महाराज के काशी में स्थित श्री विद्या मठ के ठीक बगल में उनका केदारनाथ मंदिर है। वहीं, दिल्ली में बन रहे केदारनाथ मंदिर का विरोध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केदारनाथ मंदिर की लिपिका पूरे देश में बन सकती है। उस पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते हैं। कहा कि केदारनाथ ज्योतिर्लिंग केवल एक ही है और वह उत्तराखंड के केदारनाथ धाम में है। उन्होंने कहा कि वह मांग करते हैं कि इस बार कार्रवाई जरुरी है। रोज-रोज राखी सावंत की तरह सनसनी फैलाना अविमुक्तेश्वरानंद महाराज को बंद करना चाहिए।