Kedarnath Yatra: चारधाम यात्रा में मौसम बड़ी बाधा बन रहा है। गुरुवार से प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से केदारनाथ यात्रा पर असर पड़ा है। बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि बीते दिनों केदारनाथ में जो आपदा आई थी, उसके बाद पैदल मार्ग पूरी तरह से ध्वस्त हो चुका था।
उन्होंने कहा कि पैदल मार्ग को प्रदेश सरकार द्वारा सही कर दिया गया था, लेकिन लगातार जिस तरीके से भारी वर्षा हो रही है, खासतौर पर केदार घाटी में काफी अधिक वर्षा हो रही है, इस वजह से कई मार्ग बाधित हो रहे हैं। अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रदेश सरकार और हमारी कार्यदायी एजेंसियां मिलकर काम कर रही हैं। मार्गों को दोबारा से सही किया जा रहा है।
बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए बीच-बीच में यात्रा रोकनी भी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है कि जो भी यात्री यहां पहुंच रहे हैं, उन्हें किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो।
ड्रोन से रखी जा रही टिहरी बांध की झील के पास बसे दर्जनों गांवों पर नजर
लगातार हो रही बारिश के कारण टिहरी बांध का झील का जलस्तर 827 आरएल मीटर पहुंच चुका है। 830 आरएल मीटर तक झील को भरा जाना है, लेकिन अभी दर्जनों गांव ऐसे हैं, जो अपने विस्थापन की मांग कर रहे हैं। कई गांवों का अब तक विस्थापन हो चुका है।
टिहरी के डीएम मयूर दीक्षित का कहना है कि बांध की झील के आसपास तिवाड गांव सहित दर्जनों गांवों के विस्थापन की प्रक्रिया चल रही है। अति शीघ्र बांध प्रभावित गांवों के लोगों को जमीन उपलब्ध करा दी जाएगी। डीएम ने अब तक तिवाड गांव के ग्रामीणों के लिए जमीन उपलब्ध करानी शुरू कर दी है और टिहरी बांध की झील से किसी गांव को नुकसान न हो, इसलिए ड्रोन से भी तस्वीर ली जा रही है।
नाले और नदियां उफान पर होने से खाली कराए गए घर
सिटी मजिस्ट्रेट एपी बाजपई ने बताया कि हल्द्वानी गौला बैराज में 45500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गुरुवार सुबह से लगातार बारिश जारी है। इसके चलते नाले और नदियां उफान पर हैं। नालों और नदियों के आसपास के इलाके को खाली करवा दिया गया है। काफी घरों को खाली करवाकर सुरक्षित जगह पर पहुंचाया गया है। मेडिकल का भी बंदोबस्त किया गया है। बारिश के समय डायरिया व डेंगू का खतरा ज्यादा रहता है।
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एसडीएम परितोष वर्मा ने बताया कि हल्द्वानी तहसीलदार सचिन कुमार जहां-जहां जलभराव हो रहा है, वहां जाकर निरीक्षण कर रहे हैं। साथ ही लोगों से अपील कर रहे हैं कि जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकले अन्यथा घर में रहें। कहा कि हल्द्वानी का कलसिया नाला, देवखड़ी नाला और कोसी नदी उफान पर है। सड़कों पर जलभराव हो गया है। घरों में पानी घुस गया, जिससे नैनीताल जिले में जनजीवन ठप हो गया है। शेरनाला नाले में अत्यधिक पानी का बहाव होने के कारण हल्द्वानी-सितारगंज मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है।
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