केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर मंगलवार सुबह कुबेर ग्लेशियर प्वाइंट के पास हिमखंड आने से अवरुद्ध हो गया। इस घटना से किसी भी प्रकार के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। हिमखंड की सूचना मिलने पर पैदल मार्ग को सुचारू करने में जुटे 50 से 60 मजदूरों ने पहुंचकर यात्रा मार्ग को खोलने का कार्य शुरू कर दिया है। बता दें, केदारनाथ पैदल मार्ग पर अभी भी कुछ स्थानों पर बर्फ चुनौती बनी हुई है। हालांकि, जिला प्रशासन की ओर से लगातार कार्यों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
कुबेर ग्लेशियर प्वाइंट के पास आए हिमखंड ने पूरे मार्ग को क्षतिग्रस्त कर दिया है। चारों ओर फैली बर्फ से अभी स्थिति स्पष्ट नहीं हो पा रही है। लेकिन, अधिकतर मार्ग इससे क्षतिग्रस्त हुए हैं। श्रमिकों द्वारा केदारनाथ पैदल मार्ग को यातायात के लिए खोल दिया गया था। लेकिन, एक बार फिर से एवलॉच ने चुनौति उत्पन्न कर दी है।
उत्तराखंड देवों की भूमि है। यहां केदनारनाथ से लेकर बदरीनाथ तक चारों धाम करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है। हर साल चार धाम यात्रा के लिए लाखों श्रद्धालु उत्तराखंड पहुंचते हैं। लोग बड़े ही उत्साह के साथ इस दिव्य यात्रा में दूर-दूर से शामिल होने के लिए आते हैं। इस साल चार धाम यात्रा 10 मई से शुरू होने जा रही है। अक्षय तृतीया के मौके पर सबसे पहले गंगोत्री धाम के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद यमुनोत्री, केदारनाथ, और बद्री विशाल के कपाट खुलेंगे और फिर श्रद्धालुओं का चार धाम यात्रा करने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
चार धाम यात्रा शुरू होने में करीब 1 महीने से ज्यादा का वक्त है। केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम में अभी चारों तरफ बर्फ ही बर्फ है। पहाड़ों पर करीब 5 से 6 फीट तक बर्फ जमी हुई है। इसी को लेकर उत्तराखंड की धामी सरकार ने चारधाम यात्रा को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीएम धामी चार धाम यात्रा को लेकर संबंधित सभी विभागों के साथ पहले ही समीक्षा बैठक कर चुके हैं और अब वो यात्रा की तैयारियों की खुद मॉनीटरिंग कर रहे हैं।
केदारनाथ में प्रशासन ने मजदूरों को काम पर लगा दिया है। केदारनाथ धाम में हैलीपैड तक जाने के लिए रास्ता बनाया जा चुका है। जल्द ही धाम में मंदिर परिसर से भी बर्फ हटा दी जाएगी। मार्च में हुई भारी बर्फ भारी से केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम में बर्फ की मोटी चादर बिछ गई थी। हालांकि, गर्मी बढ़ने के साथ अब ये बर्फ तेजी से पिघल रही है। प्रशासन भी बर्फ को हटाने के काम में जुटा हुआ है।