Kanwar Yatra 2024 : रुड़की में सालियर गांव की कांवड़ यात्रा को रामपुर चुंगी से गांव तक भारी पुलिस बल के बीच निकाला गया। इस दौरान ड्रोन से निगरानी की गई। कांवड़ को लेकर पुलिस के आलाधिकारी और एलआईयूकर्मी भी सतर्क रहे। वहीं, सालियर गांव स्थित मंदिर में कांवड़ यात्रा सकुशल पहुंचने पर पुलिस अधिकारियों ने राहत की सांस ली। हालांकि, कांवड़ यात्रा में झांकियां आकर्षण का केंद्र रहीं और युवा भजनों पर जमकर झूमे।
बता दें, हरिद्वार की सालियर गांव की कांवड़ सबसे ज्यादा संवेदनशील कांवड़ मानी जाती है। वहीं, इस कांवड़ यात्रा के साथ पीएसी, सीपीएमएस फोर्स और सिविल पुलिस के जवान भारी संख्या में मौजूद रहते हैं। साल 2015 में सालियर गांव की कांवड़ ले जाते समय रामपुर गांव में दो समुदायों में जमकर बवाल हो गया था। बवाल के दौरान पथराव, तोड़फोड़ और अन्य घटनाएं भी हुई थीं। वहीं, इस घटना में पुलिस के सरकारी वाहनों से लेकर आम नागरिकों के वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई थी। साथ ही इस बवाल में कई पुलिसकर्मी और मीडियाकर्मी भी घायल हुए थे। उसी समय से सालियर गांव की कांवड़ को लेकर हर साल पुलिस और प्रशासन सतर्क रहता है।
सालियर गांव की कांवड़ को लेकर शुक्रवार देर रात पुलिस-प्रशासन की ओर से कड़े इंतजाम किए गए थे। जैसे ही कांवड़ रुड़की शहर की सीमा में पहुंची तो पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों ने उसे अपनी सुरक्षा के घेरे में ले लिया। इसके बाद नगर के विभिन्न हिस्सों से होती हुई कांवड़ रामपुर चुंगी पहुंची। यहां पर पहरा और कड़ा हो गया। सालियर गांव तक हाईवे पर चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात रहा। जैसे ही कांवड़ यात्रा रामपुर चुंगी पर पहुंची तो पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों ने कड़ी सुरक्षा के बीच यात्रा को आगे बढ़ाया।
यह भी पढ़ें : रुद्रप्रयाग एसपी ने कहा- भ्रामक सूचनाओं से बचें, सभी लोग सुरक्षित
कांवड़ यात्रा को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। कांवड़ यात्रा के सालियर गांव पहुंचने पर मुस्लिम समाज के लोगों ने कांवड़ यात्रियों के ऊपर गुलाब के फूल बरसा कर उनका स्वागत किया। एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि पूर्व में एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई थी। इसी के मद्देनजर कांवड़ यात्रा के समापन के लिए पुलिस बल तैनात किया जाता है।
यह भी पढ़ें : कमिश्नर दीपक रावत ने बेस अस्पताल में मारा छापा, व्यवस्थाओं की खुली पोल