Joshimath Tehsil Became Jyotirmath : सरकारी दस्तावेजों में अब जोशीमठ का नाम ज्योतिर्मठ हो गया है। इसके संबंध में चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने बुधवार को आदेश जारी कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विगत वर्ष 2023 में चमोली जिले के घाट पर आयोजित कार्यक्रम में जोशीमठ का नाम बदलकर ज्योतिर्मठ करने की घोषणा की थी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की घोषणा के बाद एक प्रस्ताव तैयार कर भारत सरकार को भेजा गया था। केंद्र सरकार ने ज्योर्तिमठ तहसील के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी थी।
काफी लंबे समय से स्थानीय जनता जोशीमठ को ज्योतिर्मठ नाम दिए जाने की मांग कर रही थी। कई बार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के सामने भी यह मांग प्रमुखता से उठाई गई। मुख्यमंत्री धामी ने इसे गंभीरता से लेते हुए नाम परिवर्तन का फैसला लिया। मुख्यमंत्री की घोषणा के मुताबिक प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेज दिया गया। अब केंद्र ने ज्योतिर्मठ तहसील के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सरकार के इस फैसले का स्थानीय जनता ने स्वागत किया है।
आदि गुरु शंकराचार्य ने की थी तपस्या
मान्यता यह है कि 8वीं सदी में आदि गुरु शंकराचार्य इस क्षेत्र में आए थे। उन्होंने अमर कल्प वृक्ष के नीचे तपस्या की थी, जिससे उन्हें दिव्य ज्ञान ज्योति की प्राप्ति हुई थी। दिव्य ज्ञान ज्योति और जयोतेश्वर महादेव की वजह से इस स्थान को ज्योतिर्मठ का नाम दिया गया, लेकिन यह जोशीमठ के नाम से ही प्रचलित हो गया। इसके बाद नाम बदलने की मांग कई बार प्रमुखता से उठी, लेकिन इस पर अमल नहीं हो सका। मुख्यमंत्री धामी ने जनभावनाओं का सम्मान करते हुए जोशीमठ तहसील को ज्योतिर्मठ नाम देने का फैसला किया।