Jammu Kashmir Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटाने के फैसले को गलत ठहरने के लिए नेता आतंकी संगठनों को उकसाने का काम करते हैं। इस कारण ही जम्मू-कश्मीर में श्रद्धालुओं से भरी बस पर आतंकी हमले जैसी घटनाएं होती हैं। यह कहना है विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रवि देव आनंद का। रवि देव आनंद बुधवार को हरिद्वार प्रेस क्लब पहुंचे। उन्होंने 9 जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी क्षेत्र में शिव खोरी धाम से माता वैष्णो देवी के दर्शन को जा रही हिंदू तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमले का कड़ा विरोध किया। कहा कि ऐसी घटनाओं से हिंदू समाज डरने वाला नहीं है।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रवि देव आनंद ने ऐसी आतंकी घटनाओं का कारण वहां के सियासी नेताओं को बताया। कहा कि वहां के नेता धारा 370 के हटने को गलत ठहरने के लिए आतंकी संगठनों को उकसाने का काम करते हैं। उन्होंने मांग की कि केंद्र सरकार ऐसी घटनाओं पर कड़े से कड़ा कदम उठाते हुए ऐसे आतंकी संगठनों को समाप्त करे।
उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि इस तरह के कायरतापूर्ण हमलों से हिंदू समाज डरने वाला नहीं है। बजरंग दल द्वारा निकाली जाने वाली बूढ़ा अमरनाथ यात्रा और अमरनाथ यात्रा पूरे जोश से चलेगी। उन्होंने कहा कि रियासी क्षेत्र में श्रद्धालुओं की बस पर हुए हमले के अलावा दो अन्य आतंकवादी घटनाएं भी हाल ही में घटी हैं। सरकार को पाक प्रायोजित आतंकवाद पर लगाम लगाने के लिए कठोर से कठोर कार्रवाई करनी चाहिए और आतंकवादी नेटवर्क को ध्वस्त करना चाहिए।
बजरंग दल के प्रांतीय संयोजक अनुज वालिया ने कहा कि हिंदुओं की धार्मिक यात्रा पर हमला चिंताजनक है। सरकार को पाकिस्तान को कड़ा जवाब देना चाहिए। वैष्णो देवी जा रहे श्रद्धालुओं की बस पर हमला बजरंग दल की बूढ़ा अमरनाथ यात्रा को प्रभावित करने का प्रयास है, लेकिन इससे यात्रा प्रभावित नहीं होगी और तय समय पर ही होगी। उन्होंने बताया कि अगस्त में होने वाली बूढ़ा अमरनाथ यात्रा में पूरे देश से करीब 1 लाख बजरंग दल कार्यकर्ता शामिल होंगे। इसमें उत्तराखंड से पांच सौ कार्यकर्ता शामिल होंगे।
विहिप प्रचार प्रसार विभाग के प्रांतीय प्रमुख पंकज चौहान ने कहा कि जम्मू-कश्मीर लंबे समय से पाकिस्तान पोषित आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है। हिंदू श्रद्धालुओं पर आतंकवादियों का कायरतापूर्ण हमला देश की संप्रुभता को चुनौती है। इसका पूरी ताकत से मुकाबला किया जाएगा। आतंकवादी गतिविधियों पर नियंत्रण के लिए सरकार को निर्णायक और कठोर कदम उठाते हुए आतंकवाद को प्रश्रय देने वाली ताकतों का सिर भी कुचलना चाहिए।