Gauri Mata Mandir : श्री केदारनाथ धाम यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में स्थित मां गौरी माई मंदिर के कपाट बैशाखी के पावन पर्व पर विधि-विधान के साथ आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। शनिवार को बैशाखी के पर्व पर प्रातः गौरी गांव में स्थित चंडिका मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद माता की भोग मूर्ति को कंडी में सजाकर समस्त ग्रामवासियों की मौजूदगी में वेद मंत्रोच्चार के साथ गौरीकुंड स्थित मां गौरी माई मंदिर के लिए प्रस्थान किया गया।
ढोल-दमाऊं और अन्य पारंपरिक वाद्य यंत्रों के साथ मां गौरी माई ने गौरी गांव से प्रस्थान किया। इस दौरान गांव की बुजुर्ग महिलाएं भावुक हो गईं। महिलाएं काफी दूर तक देवी को विदा करने पहुंचीं। लगभग एक किमी. की दूरी तय कर सुबह गौरी माई गौरीकुंड बाजार पहुंचीं।
बाजार में लोगों ने पुष्प और अक्षत के साथ अपनी आराध्य मां का स्वागत किया। इसके बाद सुबह साढ़े आठ बजे माता की डोली मंदिर में पहुंची, जिसका व्यपारियों, मंदिर समिति कर्मचारियों एवं श्रद्धालुओं ने फूल-मालाओं से भव्य स्वागत किया। मंदिर परिक्रमा करने के बाद कंडी में रखी माता की मूर्तियों को वेदपाठियों, पुजारी, कुलपुरोहित और मंदिर समिति कर्मचारियों की मौजूदगी में मंदिर में विराजमान किया गया। बता दें, केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से कुछ दिन पहले गौरी माई मंदिर के कपाट खोलने की पौराणिक परंपरा है।