Delhi Vidhana Sabha Election : विधायकों के साथ मीटिंग के बाद आम आदमी पार्टी ने एक बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि दिल्ली में विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी। गठबंधन केवल लोकसभा चुनाव के लिए था। गुरुवार को पार्टी ने अपने सभी विधायकों को सीएम हाउस पर मीटिंग के लिए बुलाया था।
हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने (Delhi Vidhana Sabha Election) दिल्ली में गठबंधन कर चुनाव लड़ा था। कुल सात सीटों में से जहां चार पर आप तो वहीं, तीन सीटों पर कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार खड़ा किया था। आप के 44 विधायकों के क्षेत्रों में धराशायी हो गए। आप के चार उम्मीदवारों में से तीन वर्तमान में विधायक हैं, लेकिन इन तीनों में से दो अपने ही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा उम्मीदवार से हार गए हैं। दिल्ली की कुल 70 विधानसभा क्षेत्रों में सिर्फ 18 क्षेत्रों पर ही गठबंधन के उम्मीदवारों को भाजपा उम्मीदवार से जीत मिली है।
कैसा रहा चांदनी चौक में प्रदर्शन?
आम आदमी पार्टी के चांदनी चौक सीट की 10 विधानसभा सीटों पर विधायक हैं, लेकिन इसके बावजूद भी गठबंधन के उम्मीदवार जेपी अग्रवाल सिर्फ तीन विधानसभा क्षेत्रों पर ही बीजेपी प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल से पीछे रहे हैं। इसमें चांदनी चौक से 15378, मटिया महल से 47613 और बल्लीमारान से 28894 मतों के अंतर से अग्रवाल भाजपा उम्मीदवार से आगे रहे हैं।
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कन्हैया से आगे रहे मनोज तिवारी
उत्तर-पूर्वी दिल्ली से कांग्रेस प्रत्याशी कन्हैया कुमार चार विधानसभा सीटों पर BJP कैंडिडेट मनोज तिवारी से आगे थे। वहीं, इस सीट के 10 विधानसभा क्षेत्रों में 7 पर आम आदमी के विधायक हैं। तीन पर भाजपा और मुस्लिम बहुल क्षेत्र बाबरपुर, मुस्तफाबाद, सीलमपुर में कन्हैया को आगे थे। वहीं, मनोज तिवारी को बुराड़ी, तिमारपुर, रोहताश नगर, करावल नगर, घाेडा और गोकलपुरी में बढ़त मिली है।