Convocation Ceremony: हल्द्वानी में 6 राज्यों के 53 रेंज अफसरों का मंगलवार को दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा ने शिकरत की। सभी 53 रेंज अफसर अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर अपनी अहम जिम्मेदारी निभाएंगे।
दीक्षांत समारोह में तमिलनाडु के प्रभाकरण को गोल्ड मेडल और उत्तर प्रदेश कानपुर की स्नेहा को सिल्वर मेडल से नवाज़ा गया। सभी रेंज अफसरों ने इसे अपनी जिंदगी का महत्वपूर्ण और यादगार पल बताते हुए कहा कि वनों के प्रति कई चुनौतियां हैं। इनके बीच वनों को सुरक्षित रखना सबसे अहम जिम्मेदारी है। 18 महीने की कड़ी ट्रेनिंग के बाद सभी रेंज अफसरों ने आज अपने-अपने राज्यों में वनों के प्रति सहभागिता निभाने की जिम्मेदारी ली।
उत्तर प्रदेश कानपुर की स्नेहा ने बताया कि रेंज फॉरेस्ट अफसरों की 18 महीने की ट्रेनिंग होती है। इस ट्रेनिंग में प्रैक्टिकल और थ्योरी दोनों तरह की क्लासेज होती हैं। इसके अलावा देश भर में 140 दिन का टूर होता है। इसमें नार्थ ईस्ट से लेकर साउथ और वेस्ट तक के टूर होते हैं। स्नेहा ने बताया कि साथ ही साथ हम लोगों की ट्रैकिंग भी होती है, जो बहुत चैलेंजिंग होती है। इसका हम लोग आनंद लेते हैं। स्नेहा ने बताया कि उन्हें ऐसी ट्रेनिंग दी गई है, जिससे वे रेंज में जाकर अच्छे से काम कर सकें।
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इस मौके पर प्रमुख वन संरक्षक समीर सिन्हा ने कहा कि 18 महीने की कड़ी ट्रेनिंग करने के बाद सभी रेंज अफसर आज पासआउट हो रहे हैँ। सभी रेंज अफसरों को परंपरागत वानिकी के साथ फील्ड विजिट और वन अपराधों से निपटने की कड़ी ट्रेनिंग दी गई है। उन्होंने रेंज अफसरों से यह अनुरोध किया कि वह हमेशा स्थानीय समुदाय को साथ लेकर वनों के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें।
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