विश्व प्रसिद्ध उत्तराखंड की चारधाम यात्रा का विधिवत उद्घाटन 10 मई को संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के बैनर तले बस ट्रांसिट कंपाउंड में किया जाएगा। उम्मीद है कि यात्रा का शुभारंभ करने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचेंगे। इस संबंध में संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि चारधाम यात्रा में बसों के संचालन के लिए समिति की ओर से सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 2200 बसों का बेड़ा चारधाम यात्रा मार्ग पर जाने के लिए तैयार है। चारधाम यात्रा हर वर्ष की तरह ऋषिकेश से संचालित की जाएगी।
संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने बताया कि विगत वर्ष पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की बसों को हरिद्वार से एकत्रित कर चारधाम यात्रा पर भेजा गया, जिससे संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति से जुड़े परिवहन व्यवसायों को नुकसान हुआ, जबकि यात्रा पिछले 70 साल से ऋषिकेश से ही संचालित की जा रही है। हर वर्ष मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश से हरी झंडी दिखाकर चार धाम यात्रा का शुभारंभ करते हैं। इसलिए हरिद्वार को चारधाम यात्रा का केंद्र बताने वालों से यात्री सावधान रहें।
उन्होंने बताया कि 26 अप्रैल को लॉटरी डालकर बसों को यात्रा मार्ग पर जाने का नंबर भी निर्धारित किया जाएगा। प्रेस वार्ता में नवीन रमोला ने चारधाम यात्रा मार्ग पर बसों की डग्गामारी रोकने की मांग भी प्रशासन से की है। बताया कि शासन के आदेशानुसार चारधाम यात्रा की बसों के किराए में 5 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी।
चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुटा स्वास्थ्य महकमा
राज्य में सुरक्षित व शांतिपूर्ण मतदान के बाद सरकार युद्वस्तर पर चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुट गई है। आगामी 10 मई से प्रदेश में शुरू होने वाली चारधाम यात्रा के सफल संचालन को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से संजीदा है। भारत निर्वाचन आयोग से आगामी चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा की अनुमति मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने चारधाम यात्रा से सबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। इसके साथ ही श्रीनगर एवं दून मेडिकल कॉलेज सहित एम्स ऋषिकेश को अलर्ट मोड़ पर रहने के निर्देश दिए गए।
उन्होंने बताया कि चारधाम यात्रा से सबंधित जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को यात्रा मार्गों पर आवश्यक जीवन रक्षक उपकरण, स्थायी-अस्थायी चिकित्सा इकाइयों में पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। इसके अलावा विभागीय उच्चाधिकारियों को विशेषज्ञ चिकित्सक, चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टॉफ, फार्मासिस्ट सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ की तैनाती सुनिश्चित करने को कहा गया है।
राज्य सरकार यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने में जुटी है। स्वास्थ्य सचिव डॉ आर राजेश कुमार विगत वर्ष चारधाम यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं की जमीनी हकीकत जानने के लिए यात्रा मार्गों पर पहुंचे। केदारनाथ धाम की यात्रा उन्होंने पैदल तय की। इस दौरान उन्होंने यात्रा डूयटी में तैनात स्वास्थ्य कर्मचारियों-अधिकारियों का मनोबल बढ़ाया। स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। पिछली बार की तर्ज पर 11 भाषाओं में एसओपी जारी की गई है। अन्य राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों को पत्र लिखा गया है कि उनके यहां से कोई डॉक्टर अगर चारधाम यात्रा में अपनी सेवाएं देने को इच्छुक हो तो उसकी जानकारी उत्तराखंड स्वास्थ्स विभाग के साथ साझा करें।