Badrinath Dham 2024 : चमोली में चारधामों में से एक बदरीनाथ धाम के कपाट रविवार को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। वहीं, कपाट खुलने के अवसर पर बदरी केदार मंदिर समिति द्वारा बदरीनाथ मंदिर को 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। बद्रीनाथ के कपाट खुलने के साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में तीर्थयात्री बदरीनाथ धाम पहुंच चुके हैं। 12 मई को सुबह 7 बजे बदरीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। मोक्षधाम बदरीनाथ के कपाट खुलने का शुभ मुहूर्त अब बस कुछ पल दूर है।
जोशीमठ नृसिंह बदरी मंदिर में वैदिक पूजा अनुष्ठान के बाद अराध्य गद्दी और गाडू घड़ा बदरीनाथ के मुख्य पुजारी रावल के सानिध्य में बदरीनाथ धाम पहुंच गए हैं। वहीं, यमुनोत्री धाम की यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पुलिस प्रशासन ने गेट सिस्टम चालू किया है। भीड़ को नियंत्रण और कंट्रोल करने के लिए पुलिस की तरफ से वन वे सिस्टम का निर्णय लिया गया है। वन वे सिस्टम के बाद यमुनोत्री धाम के पैदल मार्ग से भीड़ गायब हो हुई है।
यमुनोत्री पैदल मार्ग पर घोडे-खच्चर और डंडी-कंडी को रोटेशन सिस्टम से चलाए जाने की भी जिला पंचायत को हिदायत दी गई है। यमुनोत्री धाम को जाने वाले यात्रियों के वाहनों को गेट सिस्टम के तहत पाली गाड़, स्याना चट्टी और खरादी में रोका जा रहा है। यमुनोत्री यात्रा बारिश के बीच सुचारू रूप से जारी है। यमुनोत्री क्षेत्र में दोपहर बाद से बारिश हो रही है।
श्री केदारनाथ धाम के रक्षक भकुंट भैरवनाथ के कपाट शनिवार को विधि-विधान पूजा-अर्चना के बाद खुल गए। परंपरा रही है कि श्री केदारनाथ जी के कपाट खुलने के बाद शनिवार या मंगलवार को श्री भैरवनाथ के कपाट खुलते हैं। उसके बाद श्री केदारनाथ धाम में आरतियां सहित प्रसिद्ध शांयकालीन आरती शुरू हो जाती है। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डॉ. हरीश गोड़ के मुताबिक, शुक्रवार को कपाट खुलने से आज शनिवार दोपहर तक 40 हजार से अधिक तीर्थयात्री श्री केदारनाथ धाम में दर्शन कर चुके हैं।
मान्यता है कि श्री भैरवनाथ को श्री केदारनाथ का रक्षक कहते हैं। भैरवनाथ भगवान शिव के गणों में से प्रबल शक्तिशाली हैं।आज श्री केदारनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी शिवशंकर लिंग सहित हक हकूक धारियों और तीर्थ पुरोहितों की उपस्थिति में कपाट खुलने के बाद यज्ञ-हवन और पूजा-अर्चना हुई।