Barkot Water Crisis : उत्तरकाशी के तहसील परिसर बड़कोट में 6 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे महंत केशव गिरी जी महाराज की गुरुवार को अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें प्रशासन ने धरना स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती करा दिया। उत्तरकाशी के बड़कोट नगर पालिका में पेयजल संकट से निजात पाने के लिए महंत भूख हड़ताल पर बैठे थे, जबकि अन्य लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हुए हैं। महंत को उठाने के तुरंत बाद ही आंदोलनकारी पूर्ण सिंह रावत ने पेयजल पंपिंग योजना समेत कुल चार सूत्रीय मांगों के निस्तारण तक भूख हड़ताल शुरू कर दी।
आंदोलनकारी विरोध करते हुए वाहन के आगे लेट गए, जिन्हें पुलिस बल द्वारा जबरन हटाया गया। इस बीच पुलिस और आंदोलनकारियों के बीच नोकझोक भी हुई। शुक्रवार को आंदोलनकारियों ने बड़कोट में विशाल जनाक्रोश रैली निकालकर प्रदर्शन करने का फैसला लिया है। जनाक्रोश रैली के माध्यम से प्रदर्शन के साथ सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान, सरकारी एवं गैर सरकारी संस्थानों को बंद करने का ऐलान किया है। महिलाओं ने नारेबाजी के साथ नगरीय पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति की सरकार से मांग की है।
बता दें, यमुनोत्री धाम का मुख्य पड़ाव नगर पालिका बड़कोट विगत 4 माह से भीषण जल संकट से अस्त है। आंदोलनकारियों का कहना है कि 6 जून से क्रमिक धरना एक माह रहा और 6 जुलाई से भूख हड़ताल एवं अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है। अगर जल्द पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति नहीं मिली तो इससे भी उग्र आंदोलन किया जाएगा।