Balaji Siddhpeeth Dham : रुड़की के कस्बा लंढौरा के पास बालाजी महाराज सिद्धपीठ धाम स्थित है। यहां भूत-प्रेतों को अनोखी सजा दी जाती है। जिन लोगों के ऊपर भूत-प्रेत का साया होता है, उन पर बालाजी महाराज का सोटा चलता है। 40 दिन की अर्जी के बाद वह बिल्कुल भले चंगे होकर अपने घर चले जाते हैं।
बता दें, राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी धाम के बाद रुड़की से करीब 15 किलोमीटर दूर कस्बा लंढौरा के पास ग्राम गाधारोना में स्थित सिद्धपीठ धाम बालाजी मंदिर की मान्यता है। यहां उत्तराखंड ही नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब समेत तमाम दूर-दराज के प्रदेशों से भक्त पहुंचते हैं और बालाजी महाराज के दरबार में अर्जी लगाते हैं। खास तौर पर जिन लोगों के ऊपर भूत-प्रेत का साया होता है, उनकी इस सिद्धपीठ दरबार में विशेष अर्जी लगाई जाती है।
भूत-प्रेत से पीड़ित व्यक्ति को 40 दिन के लिए बालाजी महाराज के दरबार में रखा जाता है और प्रतिदिन बालाजी के सामने उसकी अर्जी लगती है। बताया गया कि इसके बाद पीड़ित व्यक्ति बिल्कुल सही होकर अपने घर जाता है। इस दरबार में भक्तों की खासी श्रद्धा है। साथ ही जो भी भक्त जिस भी मनोकामना के साथ दरबार में पहुंचता है, बालाजी महाराज उसकी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
सिद्धपीठ बालाजी धाम के महंत सुनील चंद गोदियाल ने बताया कि इस दरबार में सभी प्रकार के लोग आते हैं और जिन लोगों के ऊपर भूत-प्रेत या ऊपरी साया का असर होता है, उनपर बालाजी महाराज का सोटा चलता है। उन्होंने बताया कि इस सिद्धपीठ दरबार में बालाजी महाराज के साथ भैरव बाबा का दरबार, प्रेतराज सरकार का दरबार और समाधि वाले बाबा का दरबार भी स्थित है। साथ ही जो भी भक्त सच्चे मन से अपनी मनोकामना लेकर यहां आता है, बालाजी महाराज उसकी मनोकामनाओं को पूरा करते हैं।
उन्होंने बताया कि बाबा के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु पहले बालाजी महाराज के दर्शन करते हैं, इसके बाद भैरव बाबा, प्रेतराज सरकार और समाधि वाले बाबा के दर्शन करने के बाद लाया हुआ प्रसाद अपने सिर के ऊपर से सात बार उतारकर बिना देखे पीछे की ओर फेंक देते हैं, जिससे उनके सभी संकट दूर हो जाते हैं। वहीं, संवाददाता प्रिंस शर्मा ने दरबार में पहुंचे श्रद्धालुओं से भी बातचीत कर इस सिद्धपीठ की महिमा को जाना। इस दरबार में एक श्रद्धालु ने तकरीबन 11 किलोमीटर दंडवत यात्रा करके गाधारोना बालाजी मंदिर पहुंचकर बालाजी महाराज के भी दर्शन किए। श्रद्धालु ने बताया कि कुछ युवा हाथ, गर्दन, कमर पर भगवान का टैटू बनवाकर दिखावा करते हैं, वो गलत है। श्रद्धा सच्चे दिल से की जाए तो भगवान सभी मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। उन्होंने कहा कि बालाजी की भक्ति करके ही सब कुछ मिल सकता है।