Badrinath Dham : बदरीनाथ धाम के कपाट खुलने से पहले पहाड़ पर बर्फबारी शुरू हो गई है। बर्फबारी होने से नर नारायण, नीलकंठ माणा, हेमकुंड साहिब सहित अन्य चोटियां भी बर्फ से पट गई हैं। साथ ही बदरीनाथ धाम में हो रहे कार्य भी बाधित हो गए हैं। वहीं, हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर सेना के जवानों ने बर्फ हटाकर रास्ता साफ किया।
चमोली जिले में स्थित श्री बदरीनाथ धाम में बर्फबारी के कारण यात्रा की तैयारियां भी बाधित हुई हैं। इसके साथ ही धाम में चल रहे मास्टर प्लान के कार्यों पर भी असर पड़ा है। बता दें, उत्तराखंड में 10 मई से चारधाम यात्रा शुरू होनी है। चारधाम यात्रा में सबसे पहले 10 मई को गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलेंगे। वहीं, 10 मई को केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। 12 मई को बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। इस बार चारधाम यात्रा में रिकॉर्ड यात्रियों के आने की संभावना है। इसे देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ।
हेमकुंड साहिब में भी सेना ने हटाई बर्फ
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे की यात्रा तैयारियों को लेकर जिला प्रशासन, सेना और गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत भारतीय सेना की 418 इंजीनियरिंग कोर के जवानों की ओर से हेमकुंड साहिब यात्रा के पैदल मार्ग पर 4 किलोमीटर हिस्से से बर्फ हटाकर पैदल आवाजाही का रास्ता बनाया है, जबकि अभी भी 2 किलोमीटर मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है।
बद्रीनाथ धाम की यात्रा शुरु होने के बाद 25 मई को हेमकुंड साहिब गुरुद्वारे के कपाट खोले जाने हैं। इसे लेकर भारतीय सेना की 418 इंजीनियरिंग कोर के हवलदार हर सेवक सिंह के नेतृत्व में जवान यात्रा के पैदल मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य कर रहे हैं। गुरुद्वारा श्री हेमकुंड साहिब मैनेजमेंट ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा ने बताया कि यात्रा मार्ग पर 4 किलोमीटर तक बर्फ हटाकर पैदल आवाजाही सुचारु कर दी गई है। आज से यहां यात्रा मार्ग पर पैदल मार्ग के साथ ही घोड़ा-खच्चर मार्ग से भी बर्फ हटाने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि घांघरियां में गुरुद्वारे में आवास के साथ ही पेयजल और विद्युत व्यवस्था को भी चाक-चौबंध करने का कार्य सेवादारों की ओर से शुरू कर दिया गया है।