श्रेष्ठ उत्तराखण्ड (ShresthUttarakhand) | Hindi News

Follow us

Follow us

Our sites:

|  Follow us on

International Everest Day 2024: जानिए अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस का इतिहास

11 जनवरी 2008 में सर एडमंड हिलेरी के निधन के बाद नेपाल ने 29 मई को साल 2008 से अंतरराष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया। इस दिन काठमांडू और एवरेस्ट क्षेत्र में स्मारक कार्यक्रमों, जुलूसों और विशेष कार्यक्रमों आयोजन होता है।
International Everest Day 2024

International Everest Day 2024: अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस हर साल 29 मई को दुनिया भर में मनाया जाता है, जो 1953 में माउंट एवरेस्ट के दो पर्वतारोहियों की स्मृति को समर्पित है। यह विशेष दिन उन पर्वतारोहियों को श्रद्धांजलि देता है जो सबसे ऊंचे पहाड़ों पर चढ़कर नए रिकॉर्ड बनाते हैं। अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस पर्वतारोहियों को सम्मानित करने के लिए नेपाल के लोगों द्वारा मनाया जाने वाला एक वार्षिक कार्यक्रम है।

इतिहास
70 साल पहले सन 1953 में न्यूजीलैंड के एडमंड हिलेरी और नेपाल के शेरपा तेनजिंग नोर्गे ने पहली बार एवरेस्ट पर पहुंचकर इतिहास रचा था। यह 29 मई का दिन था, जब दोनों पर्वतारोहियों ने एवरेस्ट पर कदम रखा था। इसी के उपलक्ष्य में हर साल 29 मई को इंटरनेशनल माउंट एवरेस्ट डे (International Mount Everest Day) मनाया जाता है। इस खास दिन को सेलिब्रेट करने की शुरुआत 2008 में हुई थी। इस साल एडमंड हिलेरी की मृत्यु हुई थी। तब से नेपाल ने एडमंड हिलेरी और तेनजिन नोर्गे की उपलब्धि के सम्मान में 29 मई को एवरेस्ट दिवस मनाने का फैसला किया।

माउंट एवरेस्ट की वास्तविक ऊंचाई
चीन और नेपाल ने आधिकारिक रूप से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8,848 मीटर (29,029 फीट) बताई है। चीन और नेपाल के साल 2020 में चोटी की समीक्षा करने के बाद इसकी वर्तमान ऊंचाई अब 8,848.86 मीटर है। यह पहली बार है, जब चीन और नेपाल इसकी वास्तविक ऊंचाई को लेकर सहमत हुए हैं।

महत्व
अंतर्राष्ट्रीय एवरेस्ट दिवस का आयोजन एडवेंचर स्पोर्ट्स टूरिज्म सोसाइटी और नेपाल पर्यटन बोर्ड (एनटीबी) द्वारा किया जाता है। माउंट एवरेस्ट पृथ्वी का सबसे ऊंचा स्थान और एशिया में महान हिमालय की सबसे ऊंची चोटी है। एवरेस्ट हिमालय की महालंगुर हिमाल उप-श्रेणी में स्थित है। पर्वतारोहियों की प्रशंसा करने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और मंत्री, पर्वतारोही, सरकारी अधिकारी और पर्यटन उद्यमी जैसे विशेष व्यक्ति इनमें भाग लेते हैं। दक्षिण एशिया के 19वीं सदी के ब्रिटिश सर्वेक्षक सर जॉर्ज के नाम पर अंग्रेजों ने इसका नाम माउंट एवरेस्ट रखा। माउंट एवरेस्ट दिवस मनाने का महत्व नेपाल के पर्यटन को बढ़ावा देने के अनूठे अवसर को उजागर करना है। इस दिन नेपाल की राजधानी काठमांडू और एवरेस्ट क्षेत्र में कई स्मारक गतिविधियां और जुलूस निकाले जाते हैं।


संबंधित खबरें

वीडियो

Latest Hindi NEWS

hathras satsang stampede incident | hathras satsang incident | hathras incident main accused |
Hathras Satsang Stampede : कोर्ट ने मुख्य आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेजा
heavy rain red alert in uttarakhand | red alert in uttarakhand | uttarakhand monsoon |
उत्तराखंड में भारी बारिश का रेड अलर्ट, लोगों से घर से न निकलने की अपील
IND vs ZIM
IND vs ZIM: जिम्बाब्वे ने भारत को दिया 116 रनों का लक्ष्य, बिश्नोई की घातक गेंदबाजी
uttarakhand electricity rate | uttarakhand power department |
बिजली दरों में होगी बढ़ोतरी! यूपीसीएल दायर करेगा रिव्यू पिटीशन
Kathgodam Railway Station Video
चलती ट्रेन पर चढ़ने के दौरान फिसला यात्री का पैर, RPF जवान ने बचाई जान
shyama prasad mukherjee birth anniversary | tribute to shyama prasad mukherjee | bjp |
श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कभी अपने सिद्धांतों से समझौता नहीं किया, भाजपाइयों ने किया याद