Too Much Screen Time Affects Kids Eyes: मोबाइल आज मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है। 5जी वाले दौर में बिना मोबाइल के मानव जीवन की कल्पना बेहद मुश्किल है। जिस घर में माता-पिता मोबाइल का अधिक उपयोग करते हैं, उन घरों में बच्चे भी मोबाइल पर ज्यादा समय बिताते हैं।
आज के समय में बच्चे आउटडोर गेम खेलने के बजाय मोबाइल पर ज्यादा समय वीडियो देखने में, गेम खेलने में बिताते हैं। बच्चों में मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने का दुष्प्रभाव भी देखने को मिल रहे हैं।
मोबाइल स्क्रीन पर समय बिताना कई बीमारियों को दे रहा दावत
मोबाइल पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों की आंखों से जुड़े बहुत सारे मामले सामने आ रहे हैं। आंख विशेषज्ञ डॉक्टरों के अनुसार मोबाइल स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने से बच्चों की आंखें सूखने लगती है, जिससे बच्चों को कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। मोबाइल का ज्यादा उपयोग डिस ऑर्डर का कारण बन जाता है।
सूखने लगती हैं बच्चों की आंखें
विशेषज्ञ डॉक्टरों का कहना है कि मोबाइल स्क्रीन की लाइट आंखों के लिए बहुत ही हानिकारक होती है और जब बच्चे लगातार काफी देर तक मोबाइल स्क्रीन पर अपना समय गुजारते हैं तो आंखों के पलक झपकने का दर कम हो जाता है। यदि आप पलक झपकते हैं तब तो आंखों में नमी बनी रहती है, लेकिन अगर आप मोबाइल स्क्रीन पर अपने पलकों का झपकना कम कर देते हैं, तो यह प्रक्रिया धीमी हो जाती हैं। इस प्रक्रिया के धीमें पड़ने से आंखें सूखने लगती हैं। इसे ‘ड्राई आई सिंड्रोम’ कहा जाता है।
बच्चों की आंखों में नमी की कमी से सूखापन, आंखों का लाल होना व जलन जैसी समस्या हो सकती है। अगर समय रहते इन समस्याओं पर ध्यान न दिया गया, तो यह एक गंभीर समस्या बन जाती है।
ज्यादा मोबाइल देखने से होती है ये दिक्कतें
मोबाइल स्क्रीन को बहुत पास से देखने पर बच्चों में निकट दृष्टि दोष (मायोपिया) विकसित हो सकता है। इससे दूर की चीजें धुंधली दिखाई देने लगती हैं। ज्यादा देर मोबाइल देखने से आंखों में थकान, सिरदर्द, धुंधलापन, आंखों के नीचे डॉर्क सर्कल और आंखों में दर्द हो सकता है। इसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहा जाता है, जो मोबाइल के ज्यादा उपयोग से भी हो सकता है।
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विशेषज्ञों ने बताए बचाव के तरीके
नेत्र विशेषज्ञों के अनुसार बच्चों को एक सीमित समय के लिए मोबाइल का उपयोग करना चाहिए। नेत्र विशेषज्ञों के अनुसार 5 से 12 साल तक की उम्र के बच्चों को 1-2 घंटे मोबाइल स्क्रीन पर बिताने चाहिए। साथ ही मोबाइल की स्क्रीन को पास से न देखें, एक उचित दूरी बनाए रखें। 12 साल की उम्र से ऊपर के बच्चे 2-3 घंटे मोबाइल स्क्रीन पर बिता सकते हैं। मोबाइल उपयोग के दौरान बीच-बीच में ब्रेक लेना बहुत जरूरी है।
क्या है बचाव के उपाय
बच्चों को मोबाइल स्क्रीन को देखते समय उचित दूरी बनाए रखना चाहिए और जहां भी बच्चे मोबाइल देख रहे हैं वहां उचित रोशनी होना अधिक फायदेमंद है। मोबाइल की ब्राइटनेस को आरामदायक स्तर पर रखें, ताकि आखों को कोई दिक्कत न हो।
बच्चों को मोबाइल पर समय बिताने से ज्यादा बाहर खेलने के लिए प्रेरित करें। बच्चों की आंखों की नियमित जांच करवाएं।