Brain Stroke Kya Hota Hai: क्या आपको पता है कि ब्रेन स्ट्रोक क्यों होता है? अगर नहीं तो कोई बात नहीं, हम बता देते हैं। एक नए रिसर्च में यह सामने आया है कि तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा है। इससे 2019 में 5,21,031 लोगों की मौत हुई थी। दिव्यांगता के पीछे भी ब्रेन स्ट्रोक को जिम्मेदार माना गया है।
1990 से 2019 तक के आंकड़ों पर आधारित है रिसर्च
यह रिसर्च 1990 से 2019 तक के आंकड़ों पर आधारित है, जिसमें 200 से अधिक देशों में हेल्थ और तापमान से जुड़े आंकड़ों का एनालिसिस किया गया। हालांकि, क्लाइमेट चेंज ब्रेन स्ट्रोक का कारण है कि नहीं, यह साबित नहीं हो पाया। इस पर और रिसर्च की जरूरत है।
तापमान में उतार-चढ़ाव की वजह से हुई थी 91 फीसदी मौतें
बता दें कि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से हुई पांच लाख से अधिक लोगों की मौतों में करीब 91 फीसदी मौतें तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण हुई थी। तापमान बढ़ने से 4,74,002 लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही स्ट्रोक के मामलों में भी इजाफा हुआ है, जो कि चिंता का विषय है। स्ट्रोक के मामले बढ़ने की वजह बेमौसम गर्मी, ठंड और बारिश को भी जिम्मेदार माना गया है।
पुरुषों में स्ट्रोक का खतरा ज्यादा
महिलाओं की तुलना में पुरुषों को ब्रेन स्ट्रोक का खतरा ज्यादा है। पुरुषों की मृत्यु दर 7.7 प्रति 10 लाख थी, जबकि महिलाओं में यह संख्या 5.89 दर्ज की गई। मध्य और दक्षिण एशिया में महिलाओं के मुकाबले पुरुष अधिक गर्मी और उमस भरे माहौल में काम करते हैं, जिससे उन्हें स्ट्रोक का ज्यादा खतरा है।
इस्केमिक स्ट्रोक की वजह से 30 लाख लोगों की मौत
जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक, इस्केमिक स्ट्रोक की वजह से 1990 के दौरान दुनिया में 20 लाख लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। यह संख्या 2019 में बढ़कर 30 लाख तक पहुंच गई थी। शोधकर्ताओं की आशंका है कि यह आंकड़ा 2030 तक 50 लाख को पार कर जाएगी।