द ट्रायल वेब सीरीज में अभिनेत्री काजोल की को-स्टार रह चुकीं एक्ट्रेस नूर मालविका दास की मौत का पता तब चला, जब फ्लैट से बदबू आने लगी। पड़ोसियों ने इसकी जानकारी ओशिवारा पुलिस को दी। पड़ोसियों का कहना है कि फ्लैट से बहुत बदबू आ रही थी। पुलिस को 6 जून को लोखंडवाला फ्लैट से नूर मालविका का शव बरामद हुआ। पुलिस ने दरवाजा तोड़कर नूर का शव छत के पंखे से लटका हुआ पाया। पुलिस ने घर की तलाशी के दौरान दवाइयां, मोबाइल फोन और डायरी बरामद की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक्ट्रेस ने कथित तौर पर आत्महत्या की है।
जांच पूरी करने के बाद बॉडी को जॉर्जियन सिद्धार्थ अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। उनकी मौत की खबर पुलिस ने परिजनों को दी, लेकिन कोई भी उनकी बॉडी लेने नहीं आया। इसके चलते पुलिस ने रविवार को ममदानी हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट एनजीओ की सहायता से उनका अंतिम संस्कार करा दिया था।
कुछ समय पहले साथ में थे माता-पिता
बता दें कि, प्राथमिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले पर लिगेचर मार्क के निशान मिलने की बात सामने आई है और फाइनल रिपोर्ट के लिए विसरा और दूसरे अवयव फोरेंसिक लैब को भेज दिए गए हैं। मालविका असम की रहने वाली थी। कुछ दिनों पहले तक उनके बुजुर्ग माता–पिता मुंबई के लोखंडवाला में उनके साथ रह रहे थे, जोकि कुछ ही समय पहले वापस असम चले गए।
मौत की खबर मिलने पर भी नहीं पहुंचा कोई परिवार का सदस्य
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, नूर की मौत की खबर उनके माता-पिता को दी गई। ऐसा बताया गया था कि उनके माता पिता मुंबई आने की स्थिति में नही थे इसलिए उनकी अनुमति से नूर के मित्र और फिल्म अभिनेता आलोकनाथ पाठक ने ममदनी हेल्थ एंड एजुकेशन ट्रस्ट एनजीओ की मदद से मालविका दास के शव का अंतिम संस्कार किया।
कुछ समय से डिप्रेशन में थी नूर
नूर के जानने वालों का कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री में उनका काम अच्छा चल रहा था। फिर उन्होंने क्यों ऐसा कदम उठाया ये समझ के बाहर है। हालांकि पुलिस के मुताबिक अब तक की जांच में पता चला है कि वो डिप्रेशन में थी और उनका इलाज भी चल रहा था। घर में डिप्रेशन से जुड़ी दवाई भी मिली हैं।