उत्तराखंड में आज 5 लोकसभा सीटों पर वोटिंग हुई। देहरादून में किन्नर समुदाय ने भी लोकतंत्र के पर्व में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने कहा कि वे मतदान इसलिए कर रही हें, क्योंकि उन्हें समाज में सम्मान चाहिए।
55 प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला सभी 13 जिलों के वोटरों ने मिलकर किया है। कड़ी सुरक्षा के साथ-साथ चुनाव आयोग ने वोटरों को इस बार कई सारी सहूलियतें दीं। उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीटों के नतीजे देश की सभी सीटों के साथ 4 जून को आएंगे। उत्तराखंड में टिहरी, गढ़वाल, हरिद्वार, अल्मोड़ा और नैनीताल-ऊधम सिंह नगर लोकसभा सीटें हैं।
मसूरी में सात गांवों में चुनाव का बहिष्कार
मसूरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम पंचायत मोटीदार कपलानी में करीब 7 गांवों में चुनाव का बहिष्कार किया गया है। यहां के ग्रामीणों का कहना है कि उनके क्षेत्र में काफी लंबे समय से रोड निर्माण की मांग की जा रही है, लेकिन अभी तक रोड नहीं बन पाई है। इस वजह से लोग काफी परेशान हैं। उनका कहना है कि गांव से लगातार पलायन हो रहा है। कई लोग अपना गांव सड़क न होने के कारण छोड़कर चले गए हैं, परंतु वन विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। इससे लोगों में भारी आक्रोश है।
ग्रामीणों का कहना है कि आज लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान किया जाना है, परंतु कई लोग मतदान नहीं कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब रोड ही नहीं तो वोट किस बात का दें। ग्राम प्रधान अमर देव भट्ट ने बताया कि क्षेत्र में सड़क न होने के कारण लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिस वजह से उनमें भारी आक्रोश है।
चमोली में लोगों ने किया चुनाव का बहिष्कार
चमोली जिले के बलाण और देवराडा बूथ पर 12 बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा। यहां लोगों ने नगर पंचायत से देवराडा को हटाने और सड़क की मांग को लेकर लोगों ने चुनाव का बहिष्कार कर दिया। चमोली में दोपहर 2 बजे तक 39 प्रतिशत मतदान हुआ है।
‘सड़क और पुल नहीं, तो वोट नहीं’
उधम सिंह नगर के ग्राम अर्जुनपुर और कोपा बसंता में ग्रामीणों ने ‘सड़क और पुल नहीं तो वोट नहीं’ की मांग को लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है। इससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। वह अब ग्रामीणों को मनाने में जुटा है। रुद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम अर्जुनपुर और गदरपुर विधानसभा के कोपा बसंता, कोपा लाला, सेमल चौड़ और कटपुलिया आदि गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया है।
अर्जुनपुर के मतदाता सड़क ना बनने और हरिपुरा जलाशय क्षेत्र के मतदाता पुल ना बनाए जाने से नाराज थे। अर्जुनपुर स्थित मतदान केंद्र में 1218 मत है, जबकि दोपहर दो बजे तक सिर्फ 30 वोट ही पड़े। इसी तरह, कोपा बसंता मतदान केंद्र में 831 मतदाताओं में से सिर्फ 15 मतदाताओं ने मतदान किया।
ग्रामीणों का आरोप था कि सड़क के नाम पर जनप्रतिनिधियों ने हमेशा उन्हें गुमराह किया। इधर, चुनाव बहिष्कार की जानकारी मिलते ही प्रशासन में हड़कंप मच गया, जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी उदय राज सिंह ने नाराज मतदाताओं को मनाने के लिए पीडब्ल्यूडी और वन विभाग के अधिकारियों को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं।