Loksabha Election 2024 : उत्तराखंड की टिहरी लोकसभा सीट पर आखिरकार क्यों बार-बार पूर्व सैनिक भाजपा नेताओं का विरोध कर रहे हैं और क्यों राज्य के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी के क्षेत्र में पूर्व सैनिकों का गुस्सा फूट रहा है? अभी 29 मार्च को गणेश जोशी के सामने पूर्व सैनिकों ने इतना विरोध किया कि मंत्री को क्षेत्र से लौटना पड़ा था। वहीं, 8 अप्रैल की देर शाम को केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह का इस क्षेत्र में कार्यक्रम था। इसी बीच एक बार फिर से पूर्व सैनिकों ने जमकर नारेबाजी की और वीके सिंह का भी विरोध किया। मौके पर स्थिति इतनी बिगड़ गई कि भाजपा नेता और पूर्व सैनिकों के बीच धक्का-मुक्की की नौबत आ गई।
8 अप्रैल शाम को जनरल वीके सिंह देहरादून में दो जनसभाओं को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान कैंट विधानसभा क्षेत्र में उनकी एक जनसभा आयोजित की गई थी। एक निजी होटल में जब जनरल वीके सिंह सैनिकों को संबोधित कर रहे थे, तभी कुछ सैनिक कार्यक्रम छोड़कर बाहर की तरफ आकर नारेबाजी करने लगे। एक के बाद एक सैनिक बाहर निकलकर जब हल्ला कर रहे थे, तब कुछ बीजेपी नेताओं ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। लेकिन, आक्रोशित सैनिकों का गुस्सा अपने पूरे सातवें आसमान पर था।
हाथों में अपनी मांगों का पर्चा लिए पूर्व सैनिक लगातार भाजपा नेताओं का विरोध कर रहे थे। इतना ही नहीं विरोध कर रहे सैनिकों के गुस्से का शिकार उत्तराखंड के सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी भी होते हुए दिखाई दिए। हालांकि, यह पहला मामला नहीं है, जब कैंट विधानसभा और मसूरी विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले सैनिकों ने मौजूदा लोकसभा चुनाव में अपना विरोध दर्ज करवाया हो। इससे पहले भी कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी को ऐसे ही पूर्व सैनिकों का विरोध झेलना पड़ा था।
पूर्व सैनिकों के विरोध को लेकर जब कैंट विधायक सविता कपूर से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि कुछ विपक्षी नेता लगातार इस तरह से अपने लोगों को भेजकर विरोध प्रदर्शन करवा रहे हैं, जबकि इस पूरे क्षेत्र में बीजेपी के पक्ष में माहौल बना हुआ है.