Lalkuan MLA Mohan Bisht: लालकुआं विधायक डॉक्टर मोहन बिष्ट को चोरगलिया में ग्रामीणों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा है। विधायक का विरोध होता देख पुलिस को भारी मात्रा में फोर्स बुलानी पड़ी। इसके बाद काफी मशक्कत के बाद मामला शांत हुआ।
लालकुआं विधायक मोहन बिष्ट रविवार को चोरगलिया में दुग्ध संघ के बोनस वितरण कार्यक्रम में पहुंचे। इस दौरान भारी संख्या में ग्रामीण कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने विधायक के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
ग्रामीणों के भारी विरोध को देखते हुए मौके पर पुलिस फोर्स भी एक्टिव हो गया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझाने-बुझाने का काम किया, लेकिन लोग नहीं माने।
लोगों को उग्र होता देख विधायक कार्यक्रम छोड़ जब जाने लगे तब कई ग्रामीण उनकी गाड़ी के आगे ही लेट गए, पुलिस ने उन सभी प्रदर्शनकारियों को हटाया, तब विधायक कार्यक्रम स्थल से जा सके।
इस दौरान कार्यक्रम का संचालन कर रहे लोगों ने ग्रामीणों से विधायक की बात सुनने की अपील भी की, लेकिन ग्रामीण आक्रोश में थे, उन्होंने एक न सुनी।
दरअसल, चोरगलिया में वैक्सीनेटर डॉक्टर के तबादले के बाद से स्थानीय ग्रामीण आक्रोशित थे। कई ग्रामीणों का यह कहना था वैक्सीनेटर डॉक्टर क्षेत्र में दिन-रात लोगों के जानवरों के इलाज के लिए तत्पर रहते थे।
विगत माह उनके द्वारा फेसबुक पोस्ट पर कोई टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद से ही उनका तबादला हुआ। जिस तबादले को रद्द करने की मांग को लेकर स्थानीय ग्रामीण विधायक से नाराज थे।
ग्रामीणों का कहना था कि वैक्सीनेटर डॉक्टर का तबादला तत्काल निरस्त होना चाहिए, नहीं तो विधायक का क्षेत्र में आगे भी विरोध जारी रहेगा।
इस पूरे मामले में विधायक मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि कार्यक्रम में कुछ विपक्षी लोग आकर हंगामा खड़ा कर कार्यक्रम को खराब करने का काम किया। जिसमें कुछ महिलाएं भी थी।
उन्होंने कहा कि वैक्सीनेटर डॉक्टर के तबादले को लेकर उन्होंने किसी तरह का कोई दबाव नहीं बनाया और ग्रामीणों द्वारा डॉक्टर का तबादला कराने का आरोप पूरी तरह से निराधार है।
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