Beware Of Watermelons Containing Toxic Chemicals: गर्मियों का मौसम शुरू हो गया है। ऐसे में लोग खूब तरबूज खाते हैं। तरबूज ऐसा फल है, जिसमें फाइबर और पानी दोनों भरपूर मात्रा में होते हैं। दिखने में लाल और पानी से भरपूर तरबूज सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं। बच्चों से लेकर बड़े सभी गर्मियों में तरबूज चाव से खाते हैं। बाजार में केमिकल वाले तरबूज की शिकायत पर खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने कुमाऊं के सबसे बड़े फल-सब्जी मंडी में छापेमारी की और तरबूज के साथ अन्य फलों के नमूने लेकर जांच के लिए भेजा।
खाद्य सुरक्षा विभाग ने जांच के लिए भेजा सैंपल
फिलहाल अभी तक केमिकल वाले तरबूज सामने नहीं आए हैं, लेकिन खाद्य सुरक्षा विभाग कुछ सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा है। इसके अलावा, आम और केलों को कार्बाइड से पकाए जाने की भी शिकायत मिल रही थी, जिस पर खाद्य सुरक्षा विभाग ने आम और केले के भी सैंपल लिए हैं। उपनिदेशक खाद्य सुरक्षा विभाग अनुज थपलिया के नेतृत्व में नैनीताल जिले की टीम ने हल्द्वानी की सबसे बड़ी फल मंडी में छापेमारी की। यहां फलों के नमूने लेकर उन्हें जांच के लिए भेजा गया।
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शिकायत मिलने पर की गई छापेमारी
उपनिदेशक खाद्य सुरक्षा विभाग ने बताया कि शिकायत मिल रही थी कि तरबूज के अलावा अन्य फलों को केमिकल और इंजेक्शन से पकाया जा रहा है, जहां शिकायत के बाद छापेमारी की गई, लेकिन अभी तक तरबूज में किसी तरह की कोई शिकायत सामने नहीं आई है। उसके बावजूद भी सैंपलिंग की कार्रवाई की गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
तरबूज को लाल करने के लिए लगाया जाता है इंजेक्शन
जानकारों की मानें तो कई बार कम समय में तरबूज को लाल बनाने से लेकर जल्दी बड़ा करने के लिए इंजेक्शन लगाया जाता है। तरबूज को लाल करने के लिए आर्टिफिशियल डाई जैसे लेड क्रोमेट, मेथेनॉल यलो, सुडान रेड और जल्दी पकाने के लिए कार्बाइड, ऑक्सीटोसिन जैसे केमिकल्स का इस्तेमाल किया जाता है।
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