Campaign Regarding Crocodiles: तराई पूर्वी वन प्रभाग में मगरमच्छों के हमले लगातार सामने आ रहे हैं। मगरमच्छों की बढ़ती संख्या के साथ मानव वन्यजीव संघर्ष भी बढ़ रहा है। वन प्रभाग हल्द्वानी के अंतर्गत कई नाले और नदियां हैं, जिसमें भारी संख्या में मगरमच्छ है।
ऐसे में वन विभाग अब मगरमच्छ वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां पर जन जागरूकता अभियान के साथ-साथ साइन बोर्ड के माध्यम से लोगों को मगरमच्छों को लेकर जागरुक करने जा रहा है। जिससे कि मगरमच्छों के हमले में इंसानी नुकसान ना हो।
जानकारी न होने के चलते हो रही घटनाएं
तराई पूर्वी वन प्रभाग के डीएफओ हिमांशु बागड़ी ने बताया कि सितारगंज क्षेत्र के नानकमत्ता सागर से लगे नालों और नदियों में मगरमच्छों का आवास स्थल है। लोग मवेशियों के लिए चारा लेने जंगलों में जाते हैं। लेकिन जानकारी नहीं होने के चलते कई ऐसी घटनाएं सामने आ गई है जिसमें लोगों की जानें जा चुकी हैं।
डीएफओ ने कहा कि पिछले दो महीने में तीन घटनाएं सामने आई हैं, जहां मगरमच्छ ने तीन लोगों को अपना निवाला बनाया है। जबकि पूर्व में भी कई घटनाएं हो चुकी हैं।
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आबादी वाले इलाके में पहुंच रहे मगरमच्छ (Campaign Regarding Crocodiles)
बरसात के चलते कई मगरमच्छ आबादी वाले इलाके में भी पहुंच जाते हैं। जहां अलग-अलग जगहों से इस वित्तीय वर्ष में 40 से अधिक मगरमच्छों का रेस्क्यू किया गया है।
उन्होंने बताया कि ग्रामीण कई बार जंगलों में जाते हैं, लेकिन उनको जानकारी नहीं होती है कि नालों और नदियों में मगरमच्छ हैं। जिसके चलते घटनाएं सामने आती है।
लगाया जाएगा साइन बोर्ड (Campaign Regarding Crocodiles)
अब वन विभाग इन नदियों और नालों के आसपास रहने वाले लोगों को जागरुक करने जा रहा है। साथ ही जगह-जगह साइन बोर्ड के माध्यम से लोगों को बताया जाएगा कि इस क्षेत्र में मगरमच्छ रहते हैं।
इसके अलावा नालों और नदियों में कितने मगरमच्छ हैं, इसकी भी गणना की जाएगी। जहां शासन से इसकी अनुमति मांगी गई है।
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