Uttarakhand Energy Corporation: उत्तराखंड में मई, जून और जुलाई के महीने में भीषण गर्मी पड़ी। इस दौरान लोगों ने गर्मी से बचने के लिए पंखे, एसी और कूलर का जमकर इस्तेमाल किया। इससे बिजली की अधिक खपत हुई। अब ऐसे उपभोक्ताओं को अब जोर का झटका लगा है। उन्हें अब ज्यादा बिल चुकाना पड़ेगा।
ऊर्जा निगम ऐसे उपभोक्ताओं को नोटिस जारी कर रहा है, जिनका बिजली बिल तीन महीने स्वीकृति भार से अधिक आया है। ऐसे में उपभोक्ताओं के कनेक्शन का भार भी बढ़ाया जाएगा।
1804 उपभोक्ताओं के मीटर का भार बढ़ा
हल्द्वानी में निगम ने 1804 उपभोक्ताओं के मीटर का भार बढ़ा दिया है। वह बिजली के उपयोग के अनुसार कनेक्शन देकर मीटर लगाता है। इसके मुताबिक ही हर महीने मीटर का फिक्स चार्ज लगता है।
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अक्सर देखा जाता है कि कम भार के मीटर में भी लोग AC और अन्य उपकरणों का इस्तेमाल करते हैं। इसे देखते हुए अब निगम ने इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। उसने छह महीने में आए बिलों के आधार पर उपभोक्ताओं को नोटिस भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
उपभोक्ताओं को देना होगा अतिरिक्त चार्ज
बता दें कि ऊर्जा निगम सिंगल फेस की लाइन में एक से 4 किलोवाट तक का कनेक्शन मुहैया कराता है। कई घरों में दो किलोवाट का मीटर लगा है। अब विभाग ने इससे ज्यादा इस्तेमाल पर भार बढ़ा दिया है। अब उपभोक्ताओं को 85.50 रुपये प्रति किलोवाट अतिरिक्त मासिक चार्ज देना पड़ेगा।
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तीन फेज की लाइन से पांच किलोवाट तक के कनेक्शन दिए जाते हैं। ऊर्जा निगम की तरफ से अतिरिक्त भार बढ़ाने पर अब हर महीने 100 रुपये प्रति किलोवाट का अतिरिक्त भुगतान उपभोक्ताओं को करना होगा।
बिजली आपूर्ति व्यवस्था होगी बेहतर
बता दें कि मीटर के स्वीकृति भार से ज्यादा बिजली का उपयोग करने पर मांग और आपूर्ति में बड़ा अंतर आ जाता है। इस अंतर को कम करने के लिए कई बार बिजली कटौती का सहारा लेना पड़ता है। माना जा रहा है कि निगम की इस कार्रवाई से बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बेहतर होगी।