Drone Technology In Farming: उत्तराखंड मंडी परिषद अब अपने किसानों को ड्रोन (Drone) उपलब्ध कराने जा रहा है। जिससे किसान अपने खेतों और फसलों में खाद और फर्टिलाइजर के साथ-साथ कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर सकेंगे। उत्तराखंड मंडी परिषद के अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू ने बताया कि मंडी परिषद पहली बार प्रदेश के सभी मंडियों में ड्रोन (Drone) उपलब्ध कराने जा रहा है। जहां ड्रोन (Drone) के माध्यम से किसान अपने खेतों में खाद, फर्टिलाइजर और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव कर सकेंगे।
किसानों को कम शुल्क में ड्रोन उपलब्ध कराएगी मंडी समिति (Drone Technology In Farming)
मंडी परिषद के अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू ने बताया कि मंडी समिति अपने किसानों को कम शुल्क में ड्रोन (Drone) उपलब्ध कराएगी। उन्होंने कहा कि मंडी परिषद सभी मंडियों के लिए ड्रोन (Drone) खरीदने जा रहा है, जहां ड्रोन चलाने के लिए एक्सपर्ट को नियुक्त किया जाएगा। जो भी किसान मंडी समिति से ड्रोन की डिमांड करेगा, उसको कम से कम शुल्क में ड्रोन उपलब्ध कराया जाएगा। जहां एक्सपर्ट ड्रोन (Drone) लेकर किसान के खेत तक पहुंचेंगे और उसके फसलों पर छिड़काव करेंगे।
ड्रोन के माध्यम से किया जाएगा छिड़काव (Drone Technology In Farming)
अनिल कपूर डब्बू ने बताया कि कई बार देखा जा रहा है कि पहाड़ के काश्तकार मंडियों से जुड़े हुए हैं और अपने उत्पादनों को मंडियों में बेचते हैं। पहाड़ के किसानों के पास कई बार कृषि के तकनीकी उपलब्ध नहीं होने के चलते किसान अपने खेतों में फर्टिलाइजर और कीटनाशक का छिड़काव नहीं कर पाते हैं, जिसके चलते फसलें खराब हो जाती हैं। अगर समय रहते ड्रोन (Drone) के माध्यम से फसलों पर कीटनाशक और फर्टिलाइजर का छिड़काव कर दिया जाएगा तो अच्छी फसलें होने की उम्मीद रहेगी।
पहली बार प्रयोग करने जा रहा मंडी परिषद (Drone Technology In Farming)
पहाड़ में अधिकतर किसान बागवानी से भी जुड़े हुए हैं। पेड़ों को ऊपर कई बार कीटनाशक के छिड़काव की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में किसानों के पास यदि ड्रोन (Drone) उपलब्ध होगा तो पेड़ों के ऊपर भी छिड़काव करने में आसानी रहेगी। मंडी परिषद के अध्यक्ष अनिल कपूर डब्बू ने कहा कि मंडी परिषद पहली बार इस प्रयोग को करने जा रहा है। सफलता मिलने पर ड्रोन का और अधिक प्रयोग किया जाएगा।
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