एक ड्रोन जो पहाड़ों में ज़िंदगी बदलने आया है। इस ड्रोन ने उड़ान भरी है, मरीज़ों की जान बचाने के लिए। आपात स्थिति में ब्लड से लेकर जीवन रक्षक दवाइयों तक ये सब पहुंचाएगा, झटपट,फटाफट।
टिहरी जिले में स्वास्थ्य सुविधा के लिए इस ड्रोन की रेग्युलर फ्लाइट शुरू कर दी गई है। इस ड्रोन ने ऋषिकेश एम्स से उड़ान भरी और दो किलो जीवन रक्षक ब्लड कंपोनेंट लेकर जिला अस्पताल पहुंच गया। इस दूरी को तय करने में ड्रोन को सिर्फ 35 मिनट लगे। यहां से ब्लड कंपोनेंट चैक करने के बाद ड्रोन को वापस ऋषिकेश एम्स भेजने के लिए उड़ा दिया गया।
आधुनिक तकनीक वाला ये ड्रोन आपात स्थिति में मरीजों तक दवाइयां और ब्लड कंपोनेंट भेजने में मदद करेगा। ये ड्रोन तीन से पांच किलो तक का वज़न लेकर उड़ने में सक्षम है। इसे बड़ी ही आसानी से कंट्रोल भी किया जा सकता है। रेग्युलर फ्लाइट शुरू होने के बाद अब ये ड्रोन मरीजों की मदद के लिए लगातार उड़ान भरता रहेगा। जब भी मरीजों को ब्लड या किसी जरूरी दवाई की तत्काल जरूरत होगी ये ड्रोन सेवा में हाजिर हो जाएगा।
इससे पहले 16 फरवरी 2023 को इस ड्रोन का ट्रायल किया गया था। इस वक्त ड्रोन के जरिए ऋषिकेश एम्स से जिला अस्पताल बौराडी के तक टीबी की दवाई पहुंचाई गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने इमरजेंसी ड्रोन सर्विस के जरिए एक अच्छी पहल की है। ड्रोन के जरिए मरीजों तक ब्लड कंपोनेंट, जरूरी दवाइयां और वैक्सीन आसानी से पहुंच जाएगी। जिससे कई मरीजों की जान बचाने में मदद मिलेगी। खासतौर से उन पहाड़ी इलाकों में जहां दवाएं और एंबुलेंस इमरजेंसी की सूरत में वक्त से पहुंच नहीं पातीं। ऐसे में टिहरी जैसे अस्पतालों में आपात स्थिति के लिए इस ड्रोन सेवा शुरू किए जाने की हर कोई सराहना कर रहा है।