Kedarnath Dham Yatra Postponed: केदारनाथ धाम में भारी बारिश के चलते भीमबली में एमआरपी के पास 20 से 25 मीटर पैदल रास्ता वाश आउट हो गया है और रास्ते में बड़े-बड़े बोल्डर आ गए हैं। मौके पर रेस्क्यू टीमें तैनात हैं। लगभग 200 यात्रियों को भीमबली GMVN में सुरक्षित रोका गया है।
प्रशासन के अनुसार, सोनप्रयाग मुख्य बाजार से तकरीबन एक किमी आगे सड़क का काफी हिस्सा नदी के कटाव एवं पहाड़ी के दरकने से वाश आउट हो गया है। यहां पर फिलहाल किसी भी प्रकार की पैदल आवाजाही भी सम्भव नहीं है।
Kedarnath Dham Yatra Postponed: क्षतिग्रस्त हुए पैदल मार्ग
गौरीकुण्ड के आस-पास, जंगल चट्टी व भीमबली के बीच के कई स्थानों पर, भीमबली पुलिस चौकी से आगे और लिंचोली क्षेत्र में पैदल मार्ग क्षतिग्रस्त हुए हैं। फिलहाल नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है। प्रशासन द्वारा रुद्रप्रयाग तक पहुंचे जो भी यात्री जहां पर हैं, वहीं सुरक्षित रहने की अपील की जा रही है।
Kedarnath Dham Yatra Postponed: रोकी गई केदारनाथ यात्रा
सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच सड़क मार्ग कई जगह पर क्षतिग्रस्त हैं। केदारनाथ यात्रा रोक दी गई है। जो यात्री यात्रा मार्ग पर फंसे हैं, उन्हें एसडीआरएफ और वाईएमएफ के जवानों की मदद से सुरक्षित वापस लाया जा रहा है। प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कार्यक्रम भी प्रस्तावित बताया जा रहा है। जनपद में सभी स्कूल आज बंद हैं।
सीएम धामी ने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ को दिए निर्देश
सीएम धामी ने कहा कि बुधवार रात भारी बारिश के कारण पूरे राज्य में कई स्थानों पर जनजीवन प्रभावित होने की जानकारी मिली है, जिसके बाद बचाव दलों ने पूरी रात अभियान चलाकर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि मैं लगातार स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हूं और एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं।
सीएम धामी ले रहे स्थिति की जानकारी
मुख्यमंत्री ने कहा कि रामबाड़ा, भीमबली, जखनियाली और अन्य प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य चलाए जा रहे हैं। वे प्रशासन के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों से बात कर स्थिति की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को नुकसान का आकलन कर तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
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टिहरी में होटल स्वामी और उनकी पत्नी की मौत
टिहरी जिले के जखन्याली गांव के समीप नौताड तोक में बुधवार देर रात बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने बताया कि नौताड तोक में एक होटल बह गया, जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद, उनकी पत्नी नीलम देवी व पुत्र विपिन लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु प्रसाद और उनकी पत्नी नीलम देवी का शव घटना स्थल से करीब 100 मीटर दूरी से बरामद किया गया, जबकि उनके पुत्र विपिन को गंभीर हालत में पिलखी अस्पताल लाया गया।
घटनास्थल के लिए रवाना हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित
बताया जा रहा है कि घायल विपिन को सीने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई की शिकायत के कारण 2 बजे रात पिलखी अस्पताल से एम्स ऋषिकेश ले जाया जा रहा था। इसी दौरान उन्होंने टिहरी डैम टॉप के निकट दम तोड़ दिया। उनकी बॉडी को जिला अस्पताल लाया गया है। वहीं, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित गुरुवार तड़के घटना स्थल के लिए रवाना हुए।