Kedarnath By-election 2024: रुद्रप्रयाग की केदारनाथ सीट पर उपचुनाव को लेकर सरगर्मियां बढ़ने लगी हैं। कांग्रेस ने अपनी तैयारियों को तेज कर दिया है। जल्द ही वह मंडल और ब्लॉक स्तर पर प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी। माना वरिष्ठ नेताओं, विधायकों, पूर्व विधायकों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
प्रभारियों और पर्यवेक्षकों की तैयार हो रही लिस्ट
कांग्रेस की ओर से प्रभारियों और पर्यवेक्षकों की लिस्ट तैयार की जा रही है। इसे लेकर अंतिम निर्णय समन्वय समिति की बैठक में होगा। बदरीनाथ और मंगलौर सीट पर हुए उपचुनाव में मिली जीत से कांग्रेस बेहद उत्साहित है। अब वह हर हाल में केदारनाथ सीट जीतना चाहती है। इसके लिए उसने रणनीति बनानी शुरू कर दी है।
केदारनाथ उपचुनाव के लिए कांग्रेस आपदा प्रभावितों की समस्याओं को मुद्दा बना रही है। वहीं, केदारनाथ प्रतिष्ठा रक्षा यात्रा से भी वह अपने पक्ष में माहौल बना रही है।
शुक्रवार को समन्वय समिति की हुई पहली वर्चुअल बैठक
शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की पहली वर्चुअल बैठक हुई, जिसमें उपचुनाव के साथ निकाय व पंचायत चुनाव के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। कांग्रेस जल्द ही मंडल से लेकर ब्लाक स्तर पर प्रभारी और पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी। ये बूथ स्तर तक पार्टी को मजबूत करने का काम करेंगे। साथ ही, कार्यकर्ताओं में समन्वय बनाए रखेंगे।
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10 सितंबर को होगी समन्वय समिति की बैठक
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि केदारनाथ उपचुनाव के लिए पार्टी की तैयारियां पहले से जारी हैं। मंडल और ब्लाक स्तर पर प्रभारियों व पर्यवेक्षकों की नियुक्ति जल्द ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि 10 सितंबर को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक में इस पर निर्णय लिया जाएगा।
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‘भाजपा को सता रहा हार का डर’
करन माहरा ने कहा कि केदारनाथ उपचुनाव में भाजपा को हार का डर सता रहा है। यही वजह है कि उसने पांच मंत्रियों को केदारनाथ उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। बता दें कि केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत का 9 जुलाई 2024 को निधन होने की वजह से इस सीट पर उपचुनाव कराए जा रहे हैं।