Living with Leopard Program : पौड़ी में बढ़ रहे वन्य जीवों के हमलों को रोकने के लिए गढ़वाल वन विभाग की ओर से पौड़ी शहर के बीआर मॉर्डन स्कूल में लिविंग विद लेपर्ड कार्यक्रम के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का काम किया गया। पौड़ी शहर के बीआर मॉडर्न स्कूल में ‘गुलदार कु दगड़िया’ शीर्षक पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गढ़वाल वन विभाग पौड़ी के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि वन्य जीवों के साथ बढ़ रहे मानव संघर्ष को रोकने के लिए हमें स्वयं भी जागरूक रहना होगा। इसके लिए सबसे जरूरी है कि हम जिन स्थानों पर रहते हैं, उन जगहों के आसपास स्वच्छता सफाई पर विशेष रूप से ध्यान रखें। साथ ही घरों के चारों तरफ लाइट की उचित व्यवस्था रखें।
गढ़वाल वन विभाग पौड़ी के डीएफओ स्वप्निल अनिरुद्ध ने स्कूली छात्र-छात्राओं को स्कूल जाते समय समूह में जाने की सलाह दी। देर शाम होने के बाद पालतू जानवरों और छोटे बच्चों को घरों के अंदर रखें। डीएफओ गढ़वाल ने कहा कि स्कूली छात्र-छात्राओं के माध्यम से आसपास के माहौल में लेपर्ड के साथ किस तरह रह सके इसको लेकर स्कूल के छात्र-छात्राओं को जागरूक किया गया, जिससे गुलदार से होने वाली घटनाओं पर अंकुश पाने में कमियाब मिल सके।
विधायक राजकुमार पोरी ने कहा कि यह कार्यक्रम लोगों के बीच जागरूकता फैलाने का एक अभियान है। उन्होंने कहा कि बहुत ही अच्छा कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसके लिए वन विभाग और स्कूल प्रबंधन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से यह पता चलता है कि जंगली जानवरों से साथ किस तरह का व्यवहार करना चाहिए। जंगलों को कैसे बचाएं। अपने आस-पास सफाई रखें, ताकि गुलदार को ठहरने की जगह न मिले।
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विधायक राजकुमार पोरी ने कहा कि जंगली जानवर तभी हमला करता है, जब उसको अपने आस-पास खतरा महसूस होता है। उन्होंने कहा कि अगर हम जंगलों को बचाएंगे तो जंगली जानवर आबादी वाले इलाके में नहीं आएंगे। उन्होंने कहा कि जंगलों के आस-पास फलदार वृक्ष लगाएं, जिससे जंगली जानवर वहीं रुक जाएं। उन्होंने कहा कि जंगल में आग लगने से छोटे-छोटे जानवर मर जाते हैं, जोकि गुलदार का भोजन होते हैं। इसी वजह से गुलदार गांव की तरफ आता है।
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