Pauri News: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे परियोजना के तहत रामपुर में हो रहे रेलवे टनल के निर्माण के दौरान हो रही ब्लास्टिंग से आसपास के गांव में दरारें पड़नी शुरू हो गईं हैं। पास के गांव रामपुर के प्राथमिक विद्यालय में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। ब्लास्टिंग के चलते कभी भी विद्यालय की छत से मलबा गिरने का खतरा बना हुआ है।
घर के बाहर बितानी पड़ती है रात
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि रात के समय टनल में भारी ब्लास्टिंग की जाती है, जिससे मजबूर होकर उन्हें अपने घरों से बाहर निकलकर रात बितानी पड़ती है। ग्रामीण का यह भी आरोप है कि कई बार इसकी शिकायत रेलवे परियोजना की निर्माणदाई संस्था एलएनटी के अधिकारियों से की गई, लेकिन उनके द्वारा कोरे आश्वासन दिए जा रहे है।
सूख गए जल स्रोत
ग्रामीणों का कहना है कि टनल निर्माण के दौरान आने वाले गंदे मलबे से उनके प्राकृतिक जल स्रोत भी सूख गए हैं, जिससे उनके पशुओं के पीने का पानी भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणोंं ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन कर कार्य को पूर्ण रूप से बंद कर दिया जाएगा।
बच्चों में डर का माहौल
प्रभारी प्रधानाध्यापक गजेय सिंह पुंडीर ने बताया कि विस्फोट से विद्यालय की दीवारों में दरारें पड़ गई हैं। बच्चे कभी-कभी बाहर निकल जाते हैं। उनमें डर का माहौल है।
‘विस्फोट की वजह से ठीक से सो नहीं पाते’
ग्रामीणों का कहना है कि हम विस्फोट की वजह से ठीक से सो नहीं पाते। हमें घर से बाहर सोना पड़ रहा है। हमारे घर की मजबूती खत्म हो गई है। हम शिकायत करते हैं, लेकिन हमारी बात कोई नहीं सुनता।