उत्तराखण्ड कांग्रेस की महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला आज पौड़ी पहुंचीं। उन्होंने एसएसपी दफ्तर के बाहर कांग्रेसियों के साथ जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान कांग्रेसी कार्यकर्ता एसएसपी ऑफिस के बाहर सड़क पर ही धरने पर बैठ गए और अंकिता को न्याय दिलाने की मांग करने लगे।
कांग्रेस महिला प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतला ने कहा कि दिवंगत अंकिता भंडारी के परिजन न्याय की मांग के लिए सड़कों पर हैं, ऐसे में उनकी आवाज को दबाने के लिए इस लड़ाई में उनका साथ दे रहे पत्रकार को जेल भिजवा दिया गया। उन्होंने कहा कि एसआईटी भी अब तक उस वीआईपी का पता नहीं लगा पाई है, जिसके लिए अंकिता पर दवाब बनाया जा रहा था। कहा कि न ही हत्या के पहले की कॉल रिकॉर्डिंग अब तक खगाली गई है।
उत्तराखंड कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष ज्योति रौतेला ने कहा कि जब तक दिवंगत बेटी अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिल जाता, तब तक कांग्रेस परिजनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर इस लड़ाई में उनका साथ देगी। बता दें कि अंकिता भंडारी पौड़ी गढ़वाल के डोभ श्रीकोट की निवासी थी। वह ऋषिकेश में एक रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट थी। 20 सितंबर को अंकिता लापता हो गई थी। 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला नहर के पास से बरामद किया गया था।
पुलिस के अनुसार अंकिता (19) की हत्या का आरोप रिजॉर्ट के मालिक, बीजेपी नेता विनोद आर्य के पुत्र पुलकित आर्य, रिजॉर्ट मैनेजर और एक अन्य कर्मी पर लगा था। पुलिस अघिकारियों का कहना है कि अंकिता को गलत कार्य के लिए मजबूर किया जा रहा था। जब उसने इसका विरोध किया और दूसरों को बताने की बात कही तो उसकी हत्या कर दी गई। यही नहीं, अंकिता के परिजन लगातार पुलिस जांच को लेकर सवाल उठाते रहे हैं।