Disaster Affected Amsaud Village: यमकेश्वर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत एनएच-534 से लगा हुआ आमसौड़ गांव आपदा की जद में आ चुका है। उत्तराखंड में बारिश के साथ पहाड़ों से हो रहे भूस्खलन की वजह से गांव पर खतरा मंडरा रहा है।
गांव वालों के अच्छी बात यह रही कि भूस्खलन जब भी हो रहा है वह दोपहर में हो रहा है। दोपहर में भूस्खलन होने से लोग अपनी जान बचाकर भाग जाते हैं। प्रभावित ग्रामीण सुरक्षा की मांग को लेकर लगातार शासन-प्रशासन के चक्कर काट रहे है।
कुछ दिन पहले आमसौड़ के लोगों ने आपदाग्रस्त क्षेत्र का उपचार न करने पर नाराजगी व्यक्त की और आक्रोश रैली भी निकाली थी। शासन प्रशासन की लचर कार्यप्रणाली के खिलाफ उपजिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भी प्रेषित किया था।
आमसौड़ गांव की बदहाल स्थिति को मुख्यमंत्री को अवगत कराने के उद्देश्य से भाजपा जिला अध्यक्ष वीरेंद्र रावत ने प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया व ग्रामीणों से मुलाकात की। भाजपा जिलाध्यक्ष ने वहां लोगों को सरकार से हर संभव मदद दिलाने का आश्वासन दिया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष वीरेंद्र रावत ने बताया की गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने जब एनएच के अधिकारियों से बात की तो अधिकारियों ने बताया कि कोटद्वार से दुगड्डा के बीच 15 खतरनाक स्पॉट बन चुके है, जो कभी भी भारी नुकसान सड़क को पहुंचा सकते हैं।
इन्हीं खतरनाक 15 स्पॉट में आमसौड़ भी शामिल है। सरकार योजना बना रही है और ग्रामीणों को किस तरह से सुरक्षित रखा जाए इस पर भी बात चल रही है।
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