Demonstrated outside Patanjali Yoggram: हरिद्वार के औरंगाबाद स्थित पतंजलि योगग्राम अनुसंधान केंद्र के बाहर गुरुवार को ग्रामीणों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने मृतक युवक का शव योगग्राम केंद्र के बाहर रखकर अपनी मांगें रखीं।
दरअसल, पिछले दिनों बाबा रामदेव के योगग्राम की बस ने औरंगाबाद गांव के एक युवक को टक्कर मार दी थी, जिसकी इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई।
युवक की मौत के बाद से ही स्थानीय लोगों में आक्रोश है। स्थानीय लोगों की मांग है कि युवक के परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए और मुआवजे के रूप में उचित राशि दी जाए।
औरंगाबाद स्थित पतंजलि योगग्राम अनुसंधान केंद्र के बाहर स्थानीयों द्वारा किए जा रहे धरना प्रदर्शन की सूचना जब पुलिस को मिली तो वह मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को शांत करने का प्रयास किया।
हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस ने 15 दिन बीत जाने के बाद भी मामला दर्ज नहीं किया। ग्रामीणों का आरोप है कि बाबा ने अपने रसूख के चलते ना तो एफआईआर दर्ज होने दी है और ना ही मृतक परिवार को कोई मुआवजा दिया है, जिस वजह से शव को योगग्राम के गेट के बाहर रखकर धरना दे रहे हैं।
वहीं, महिलाओं ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि धरना प्रदर्शन के दौरान उनके साथ पुलिस ने अभद्रता और मारपीट की।
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